2 सितंबर (History Of 2nd September) का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है। Sora Ai
इतिहास

2 सितंबर इतिहास के पन्नों में क्यों है खास?

2 सितंबर का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है। इस दिन भारत में अंतरिम सरकार का गठन हुआ, जापान ने आत्मसमर्पण कर द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त किया और कई राजनीतिक, सामाजिक व वैज्ञानिक उपलब्धियाँ दर्ज हुईं, जिसने विश्व को नई दिशा दी।

Sarita Prasad

2 सितंबर का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है। इस दिन भारत में अंतरिम सरकार का गठन हुआ, जापान ने आत्मसमर्पण कर द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त किया और कई राजनीतिक, सामाजिक व वैज्ञानिक उपलब्धियाँ दर्ज हुईं, जिसने विश्व को नई दिशा दी।आइए जानते हैं 2 सितंबर (History Of 2nd September) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।

2 सितंबर 1945: जापान का आत्मसमर्पण और द्वितीय विश्व युद्ध का अंत

2 सितंबर 1945 को टोक्यो की खाड़ी में मौजूद यूएसएस मिसौरी (USS Missouri) जहाज पर जापान ने औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण किया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध का समापन (End Of World War II) हुआ। यह ऐतिहासिक क्षण शांति की शुरुआत का प्रतीक था, जिसने पूरी दुनिया के लिए एक नए युग के द्वार खोले। इस घटना ने चार वर्ष से भी अधिक खून-खराबे और संघर्षों के बाद मानवता को राहत का संदेश दिया।

2 सितंबर 1946: अंतरिम सरकार का गठन

2 सितंबर 1946 को भारत में एक ऐतिहासिक मोड़ आया जब अंतरिम सरकार (Interim Government) की स्थापना हुई। इस सरकार को स्वतंत्रता की राह पर न केवल औपनिवेशिक शासन से संक्रमण व्यवस्था देने का जिम्मा सौंपा गया, बल्कि यह भारतीय नेतृत्व को शासन में वास्तविक भागीदारी का अवसर भी प्रदान करती थी। वायसराय लॉर्ड वेवेल ने दिल्ली स्थित सरकार के गठन समारोह में जवाहरलाल नेहरू को उप-प्रधानमंत्री, वल्लभभाई पटेल (Vallabhbhai Patel), डॉ. राजेन्द्र प्रसाद (Dr. Rajendra Prasad), डॉ. आसफ़ अली (Dr. Asaf Ali), और अन्य प्रतिष्ठित नेताओं को कार्यकारी परिषद में शामिल किया। यह सरकार भारतीय स्वराज्य की दिशा में पहला कदम था।

2 सितंबर 1960: तिब्बती निर्वासित संसद के पहले चुनाव

2 सितंबर 1960 को तिब्बती निर्वासित संसद (Tibetan Parliament-in-Exile) का पहला चुनाव हुआ, जिसे भारत में निर्वासित तिब्बती समुदाय ने आयोजित किया। यह लोकतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। दलाई लामा (Dalai Lama) की उपस्थिति में निर्वाचित संसद ने पारदर्शी लोकतांत्रिक व्यवस्था की नींव रखी। इस पहल ने तिब्बती लोगों को निर्वासन में भी लोकतंत्र की भावना से जोड़ा।

2 सितंबर 1969: दुनिया में पहला ATM

2 सितंबर 1969 को अमेरिका में पहला एटीएम (Automatic Teller Machine) सार्वजनिक रूप से शुरू हुआ। न्यूयॉर्क के रॉकविले सेंट्र चेमिकल बैंक (Rockville Centre Chemical Bank) में इस मशीन ने ग्राहक को नकदी देने की सुविधा प्रदान की। यह तकनीकी नवाचार बैंकिंग प्रणाली में क्रांति का संकेत था, जिसने ग्राहकों को बिना बैंक शाखा जाए लेन-देन करने का सुविधा दी। आज एटीएम हमारे वित्तीय जीवन का अनिवार्य हिस्सा बन चुका है।

2 सितंबर 1971: अरब गणराज्य

2 सितंबर 1971 को मिस्र और सीरिया के सम्मिलन से बने संयुक्त राज्य ‘अरब गणराज्य’ (Arab Republic of Egypt) नाम से जाना गया, जब उस दिन इसे आधिकारिक रूप से एकल मिस्र गणराज्य घोषित किया गया। इस निर्णय ने क्षेत्रीय राजनीतिक संरचना को नया आयाम दिया और मिस्र का राष्ट्रीय पहचान पर बल दिया। इस कदम ने मिस्र को पुनः पहचान दिलाने में मदद की।

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