China की एक परियोजना ने Bangkok की कूड़ा संबंधित मुसीबत को किया दूर  IANS
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China की एक परियोजना ने Bangkok के कूड़ा संबंधित मुसीबत को किया दूर

आगामी तीन वर्षो में दो और नए कारखानों का निर्माण किया जाएगा, जो बैंकाक के करीब 40 प्रतिशत कचरे का निपटारा करने के साथ 15 प्रतिशत के बैंकाक निवासियों को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करेगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क

विश्व के कई अंतर्राष्ट्रीय बड़े नगरों की तरह थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक (Bangkok) कचरा घेराबंदी की समस्या का सामना कर रही है। बैंकाक शहर में रोज करीब 10 हजार टन कचरा पैदा होता है। पहले कचरे को भूमि के नीचे दबाने से इसका निपटारा किया जाता था, जिसने आसपास के पर्यावरण को गंभीर रूप से प्रदूषित किया। लेकिन भूमि संसाधन के कम होने की वजह से बैंकाक में कचरे को दबाने की भूमि नहीं रही है। इसलिए कचरे को बाहर स्थानांतरित किये जाने की जरूरत है। इस बीच फिर एक बार पर्यावरण दूषित हुआ है। 2005 में चीन (China) के एक पर्यावरण संरक्षण उद्यम, नयी ऊर्जा कंपनी लिमिटेड ने अपशिष्ट भस्मीकरण पर्यावरण संरक्षण विद्युत उत्पादन परियोजना को थाईलैंड में लागू किया। दशक के अथक प्रयास के जरिए उसने गंदी और बदबूदार लैंडफिल को बगीचे-शैली के अपशिष्ट भस्मीकरण संयंत्र और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन आधार में बदला, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिला।

नई ऊर्जा कंपनी लिमिटेड के सीईओ निंग हे ने कहा कि शुरू में स्थानीय लोगों ने इस परियोजना के प्रति संदेह प्रकट किया, चूंकि वे सोचते थे कि यह परियोजना उन के आसपास की वायु गुणवत्ता को कम करती है। कंपनी ने स्थानीय लोगों को कारखाने का दौरा करने को आमंत्रित किया और उन्हें कचरे की जानकारी भी दी। साथ ही आसपास के युवाओं को इस कारखाने में काम पर भर्ती भी किया। धीरे-धीरे लोग इस परियोजना का स्वागत करने लगे। इस परियोजना को थाईलैंड सरकार का समर्थन भी मिला। इसने थाईलैंड में पर्यावरण संरक्षण नीति के परिवर्तन को आभी आगे बढ़ाया और थाईलैंड में स्वच्छ ऊर्जा उद्योग के विकास के लिए योगदान दिया।

निंग हे ने कहा कि उन्होंने थाईलैंड के पड़ोसी देशों में भी इस परियोजना का प्रसार किया। अब लाओस, कंबोडिया, फिलिपींस, मलेशिया, श्रीलंका और भारत आदि देशों के कुल 50 हजार से अधिक सरकारी संगठनों या एनजीओ ने यहां का दौरा किया और अनुभव प्राप्त किए।

निंग हे के मुताबिक, आगामी तीन वर्षो में वे और दो नए कारखानों का निर्माण करेंगे, जो बैंकाक के करीब 40 प्रतिशत कचरे का निपटारा करने के साथ 15 प्रतिशत के बैंकाक निवासियों को स्वच्छ ऊर्जा प्रदान कर सकेंगे।
(आईएएनएस/PS)

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