'डाई हार्ड' की शूटिंग के पहले ही दिन मरते-मरते बचे थे ब्रूस विलिस, नई किताब में खुलासा।(Wikimedia Commons)
'डाई हार्ड' की शूटिंग के पहले ही दिन मरते-मरते बचे थे ब्रूस विलिस, नई किताब में खुलासा।(Wikimedia Commons)  
अंतर्राष्ट्रीय

'डाई हार्ड' की शूटिंग के पहले ही दिन मरते-मरते बचे थे ब्रूस विलिस, नई किताब में खुलासा

न्यूज़ग्राम डेस्क

हॉलीवुड स्टार(Hollywood Star) ब्रूस विलिस(Bruce Willis) ने कहा है कि 'डाई हार्ड' (1988) के सेट पर क्रू(crew) को लगा कि फिल्म की शूटिंग(Shooting) के पहले ही दिन एक स्टंट पूरा करने के बाद उनकी मृत्यु हो गई है।

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, अब 68 साल के अभिनेता ने इस लोकप्रिय फिल्म और उसके बाद के सीक्वल में पुलिस अधिकारी(Police Officer) जॉन मैकक्लेन की भूमिका निभाई, जिसमें चरित्र को विभिन्न चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।

उन्होंने अतीत में फिल्म में स्टंट के बारे में बात की और दावा किया कि सीक्‍वेल(Sequel) की पहली फिल्‍म में काम करते समय एक स्‍टंट के दौरान वह "लगभग मर गये थे"। फिल्म पर काम करने के उनके अनुभव को निक डी सेमलीन की हाल ही में रिलीज़ हुई किताब 'द लास्ट एक्शन हीरोज' में याद किया गया है, जो विभिन्न अभिनेताओं की पर्दे के पीछे की कहानी बताती है।

फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, किताब में ब्रूस ने 'डाई हार्ड' फिल्म की शूटिंग के दौरान लगभग गलत हो रहे एक स्टंट को याद किया है। ऐसा कहा जाता है कि स्टंट के दौरान वह पांच मंजिला पार्किंग गैराज(Parking Garage) के ऊपर से एक इन्फ़्लैटेबल एयरबैग(Inflatable Airbag) पर कूद गये।

मिरर के अनुसार, पिछले साल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण अभिनय से संन्यास ले रहे ब्रूस के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने केवल काली पैंट पहनी हुई थी और जेल जैसे पदार्थ का लेप किया हुआ था, जिसके बारे में उन्हें कथित तौर पर बताया गया था वह उन्‍हें आग से बचाएगा।

कहा जाता है कि इमारत के ऊपर से कूदने और एयरबैग पर उतरने के बाद गैसोलीन(Gasoline) के प्लास्टिक बैग(Plastic Bag) में विस्फोट हो गया, जिससे कथित तौर पर ब्रूस को एयरबैग के किनारे चले गए। स्टंट के बाद क्रू के सदस्य तुरंत उनके पास पहुंचे। ब्रूस ने कहा कि उन्होंने शुरू में सोचा था कि वे उनकी प्रशंसा करने के लिए आ रहे थे।

किताब में ब्रूस ने कहा है, "जब मैं उतरा, तो हर कोई मेरे पास दौड़कर आया और मुझे लगा कि वे कहने जा रहे हैं, 'बहुत अच्छा काम! अटाबॉय!' लेकिन वे यह देख रहे थे कि मैं जीवित हूं या नहीं क्योंकि मेरा बैग लगभग छूट गया था।"(IANS/RR)

पीओके का हालात है बेहद खराब, पाकिस्तान आतंकवाद के लिए यहां के लोगों का करता है इस्तेमाल

क्या है ‘गजगाम‍िनी’ वॉक ? अदिति राव के इस वॉक पर मदहोश हुए दर्शक

दमदार खिलाड़ी सुनील छेत्री ने संन्यास लेने का किया ऐलान

वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे पर जानें, किस प्रकार आसन हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए है फायदेमंद

BLP के संजीव कुमार पाण्डेय ने दिया मनोज तिवारी और कन्हैया कुमार को खुली चुनौती