अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप (US President Trump) के सोशल मीडिया अकाउंट, ट्रुथ सोशल पर कहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के पास सरकार के कई कॉन्ट्रैक्ट हैं और कंपनी में मोनाको एक बड़ी पॉजिशन पर हैं, अपनी पॉजिशन के साथ वे संवेदनशील जानकारी तक पहुंच प्राप्त करती हैं।
ट्रंप का कहना है कि मोनाको पर इस जानकारी की सुरक्षा का भरोसा नहीं किया जा सकता।
ट्रंप (Trump) ने लिखा कि उन्होंने पहले ही मोनाको की सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द कर दी है और उसे सरकारी प्रॉपर्टी में जाने से रोक दिया है।
वर्ज की एक रिपोर्ट में कहा गया है, "इंटेल के सीईओ लिप-बू टैन को सफलतापूर्वक अपने इशारों पर चलाने और जिमी किमेल को रद्द करने में नाकाम रहने के बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बदला लेने के लिए अपना अगला निशाना माइक्रोसॉफ्ट की ग्लोबल अफेयर्स हेड लिसा मोनाको को बनाया है।"
मोनाको मई में माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) में शामिल हुई थीं और लंबे समय तक सरकारी सेवा में काम करने के बाद वह माइक्रोसॉफ्ट के ग्लोबल सरकारी कामों को देख रही हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि वह पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और अटॉर्नी जनरल मैरिक गारलैंड के कार्यकाल में 39वें डिप्टी अटॉर्नी जनरल के पद पर थीं, जो ट्रंप की नजर में उनका सबसे बड़ा अपराध है।
रिपोर्ट (Report) में यह भी कहा गया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप ने मोनाको के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यह समय क्यों चुना, लेकिन हो सकता है कि उन्हें अब जाकर माइक्रोसॉफ्ट में उनके रोल के बारे में पता चला हो।
रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि माइक्रोसॉफ्ट हमेशा से ट्रंप के निशाने पर नहीं रहा है, लेकिन कंपनी ने हाल ही में इजरायली सेना के साथ अपने सहयोग की सीमा कम कर दी है।
माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी टेक फर्में हाल के एच-1बी वीजा नियमों से कथित तौर पर नाखुश हैं।
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