1856 में जेम्स बुकानन अमेरिका के 15वें राष्ट्रपति बने, जबकि 2008 में बराक ओबामा पहले अफ्रीकी मूल के अमेरिकी राष्ट्रपति बने। इन दोनों घटनाओं ने अमेरिकी राजनीति और सामाजिक बदलावों की दिशा तय की।
1875 में बोस्टन में मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन की स्थापना हुई, जिसने निशानेबाज़ी को खेल के रूप में बढ़ावा दिया। वहीं, 2015 में दक्षिणी सूडान और पाकिस्तान में दो भीषण हादसों में सैकड़ों लोगों की जानें गईं।
1955 में जन्मी रीता भादुड़ी हिन्दी सिनेमा और टीवी जगत की जानी-मानी अभिनेत्री थीं। अपने भावनात्मक अभिनय और सादगी से उन्होंने भारतीय मनोरंजन जगत में अमिट छाप छोड़ी।
हर दिन इतिहास के पन्नों में कुछ खास घटनाओं का जिक्र मिल जाता है जो की इतिहास के परिप्रेक्ष्य से काफी महत्वपूर्ण होते हैं। 4 नवंबर के दिन इतिहास के पन्नों में राजनीति, विज्ञान, स्वास्थ्य और समाज की दृष्टिकोण से कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई हैं और इन घटनाओं से यह समझने में मदद मिलती है कि एक निर्णय या घटना कैसे समय के साथ-साथ बड़े बदलाव लेकर आते हैं। आइए जानते हैं 4 नवंबर (History Of 4th November) के दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं, उपलब्धियों और व्यक्तित्वों के बारे में।
1856 में जेम्स बुकानन (James Buchanan) अमेरिका के 15वें राष्ट्रपति चुने गए। वे डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य थे और 1857 से 1861 तक राष्ट्रपति पद पर रहे। उनका कार्यकाल अमेरिकी इतिहास के सबसे कठिन दौरों में से एक था, क्योंकि उत्तर और दक्षिण के बीच दासप्रथा को लेकर गहरा तनाव बढ़ रहा था। बुकानन ने देश को एकजुट रखने की कोशिश की, लेकिन उनके कमजोर नेतृत्व के कारण स्थिति और बिगड़ गई। उनके शासनकाल के अंत तक अमेरिका गृहयुद्ध के कगार पर पहुँच गया था। वे एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति थे जिन्होंने कभी विवाह नहीं किया।
1875 में अमेरिका के बोस्टन में मैसाचुसेट्स राइफल एसोसिएशन (Massachusetts Rifle Association) की स्थापना की गई। यह संगठन अमेरिका के सबसे पुराने शूटिंग क्लबों में से एक है। इसका उद्देश्य निशानेबाज़ी को एक खेल और कौशल के रूप में प्रोत्साहित करना था। इस संगठन ने सुरक्षित हथियार उपयोग, प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह संस्था राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन (NRA) से भी जुड़ी रही और अमेरिकी शूटिंग संस्कृति के विकास में सहायक बनी। समय के साथ, इसने खेल, आत्मरक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में हथियारों के जिम्मेदार उपयोग को बढ़ावा दिया।
बराक ओबामा (Barack Obama) 2008 में अमेरिका के पहले अफ्रीकी मूल के राष्ट्रपति बने। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैक्केन को हराया। ओबामा ने 20 जनवरी 2009 को अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उनका जन्म हवाई में हुआ था और उनके पिता केन्या से थे। उनके नेतृत्व में अमेरिका ने स्वास्थ्य सुधार (Obamacare), आर्थिक पुनरुत्थान और आतंकवाद के खिलाफ रणनीतियों पर जोर दिया। ओबामा का राष्ट्रपति बनना अमेरिकी इतिहास में समानता और सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जाती है।
4 नवंबर 2015 को दक्षिणी सूडान के जूबा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक भीषण विमान दुर्घटना हुई। उड़ान भरने के तुरंत बाद एक रूसी निर्मित एंतोनोव-12 कार्गो विमान व्हाइट नाइल नदी के किनारे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में लगभग 37 लोगों की मौत हुई, जिनमें चालक दल के सदस्य और कुछ ज़मीनी लोग भी शामिल थे। विमान स्थानीय कंपनी द्वारा किराए पर लिया गया था और ईंधन व खाद्य सामग्री लेकर जा रहा था। दुर्घटना का कारण तकनीकी खराबी और ओवरलोडिंग बताया गया। यह हादसा दक्षिणी सूडान के इतिहास की सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक था।
4 नवंबर 2015 को पाकिस्तान के लाहौर शहर में एक चार मंजिला इमारत अचानक ढह गई, जिससे कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हुए। यह हादसा शहर के संदर इंडस्ट्रियल एरिया में हुआ, जहाँ एक फैक्ट्री में निर्माण कार्य चल रहा था। बचाव दल ने मलबे से सैकड़ों लोगों को निकालने के लिए दिन-रात राहत अभियान चलाया। दुर्घटना का कारण निर्माण में लापरवाही और निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग बताया गया। यह घटना पाकिस्तान में भवन निर्माण सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल उठाने वाली साबित हुई।
रीता भादुड़ी (Rita Bhaduri) का जन्म 1955 में हुआ था। वे हिन्दी सिनेमा और टेलीविज़न की एक जानी-मानी अभिनेत्री थीं, जिन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में कई लोकप्रिय फिल्मों जैसे जुल्मी, अंकुश, राजा और बेटा में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। बाद में उन्होंने टीवी धारावाहिकों जैसे कुमकुम और निमकी मुखिया में भी यादगार अभिनय किया। रीता भादुड़ी अपनी सादगी, भावनात्मक अभिव्यक्ति और मातृसुलभ भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध थीं। 2018 में उनका निधन हुआ, लेकिन उनका योगदान भारतीय मनोरंजन जगत में अमर है।