

तेजस्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह राशि केवल एक साल के लिए नहीं, बल्कि पांच साल तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार पूरी अवधि तक चलती है तो हर महिला को 5 साल में कुल 1.5 लाख रुपए का लाभ मिलेगा।
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि जैसे ही उनकी सरकार का गठन होगा, वह मकर संक्रांति के दिन महिलाओं के अकाउंट में सीधा आर्थिक लाभ देने का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह पर्व दही-चूड़ा और तिल से जुड़ी परंपरा का प्रतीक है और इसी शुभ अवसर पर आर्थिक मदद भी महिलाओं तक पहुंचाई जाएगी।
उन्होंने कहा, "हम आपको बताना चाहते हैं कि हमारी सरकार हमारी माताओं-बहनों की मांग पर बनने जा रही है। मकर संक्रांति के दिन, मां-बहिन मान योजना के तहत पूरे एक साल की 30,000 रुपए की राशि एक साथ महिलाओं के बैंक खातों में भेजी जाएगी। महंगाई के इस समय में यह मदद उनके लिए बहुत बड़ी राहत होगी।"
उन्होंने कहा, "पूरे एक साल में 30 हजार रुपए होते हैं। पांच साल में यह 1.5 लाख रुपए बनता है। हर महीने 2,500 रुपए का लाभ महिलाओं को मिलेगा।"
राजद नेता ने पुराने वादों को याद दिलाते हुए कहा कि उनकी पार्टी ने पहले भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मजबूत कदम उठाने का वादा किया था। जीविका दीदियों को स्थायी करने और उन्हें 30,000 रुपए का मानदेय देने की बात पहले ही कही जा चुकी है।
महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनाव से ठीक पहले तेजस्वी यादव की इस घोषणा को महागठबंधन का मास्टर स्ट्रोक (Master Stroke) मन जा रहा है। अब देखना होगा कि एनडीए (NDA) इससे कैसे निपटता है।
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