Ramayana Ballet in Indonesia : यह बैले भगवान श्रीराम की कहानियों पर आधारित होता है। यह साल 1961 से लगातार चलता आ रहा है। इसको पेश करने वाले सभी कलाकार मुसलमान हैं। (Wikimedia Commons) 
अन्य

इस मुस्लिम आबादी वाले देश में भी होता है श्री राम का गुणगान

न्यूज़ग्राम डेस्क

Ramayana Ballet in Indonesia : भगवान राम केवल भारत में ही नहीं बल्कि धरती के किसी भी कोने में रह रहे सभी हिंदुओं के लिए पूज्य हैं। लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि मुस्लिम देश में भी लोग राम और रामायण के दीवाने हैं। आपको बता दें दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला देश इंडोनेशिया में राम पर नृत्य नाटिका की जाती है। इस देश के जावा और बाली में रामायण बैले या नृत्य नाटिका का आयोजन सालों से किया जा रहा है। यह बैले भगवान श्रीराम की कहानियों पर आधारित होता है। यह साल 1961 से लगातार चलता आ रहा है। इसको पेश करने वाले सभी कलाकार मुसलमान हैं।

रोजा के दौरान भी करते हैं बैले

रामायण बैले में संगीत, नृत्य और नाटक का मिश्रण होता है, जिसे आमतौर पर बिना डॉयलाग के केवल भाव भंगिमाओं द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। रमजान के दौरान वे रोजा भी रखते हैं और शाम को बैले में काम करते हैं। कलाकार ट्रेस्नो सुत्रिस्नो ने एक बार नमाज पढ़ने के बाद कृष्ण की भूमिका निभाई। वे खुद को पेशेवर कलाकार समझते हैं। इसी प्रकार महिला नर्तकियां अपना मेकअप उतार कर हिजाब वापस पहन लेती हैं।

इंडोनेशिया में होने वाले रामायण बैले को 2012 में गिनीज बुक द्वारा दुनिया में सबसे ज्यादा लगातार मंचित बैले के रूप में नॉमिनेट किया गया था। (Wikimedia Commons)

कई नामों से है प्रसिद्ध

यह प्रस्तुति 10वीं शताब्दी में बने एक हिंदू मंदिर में किया जाता है। वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण कलात्मक प्रेरणाओं का एक स्रोत बना हुआ है। जावा और बाली में इसे सेंद्रतारी रामायण, थाईलैंड में रामकियेन नृत्य और कंबोडिया में रीमकर नृत्य कहा जाता है। इंडोनेशिया में होने वाले रामायण बैले को 2012 में गिनीज बुक द्वारा दुनिया में सबसे ज्यादा लगातार मंचित बैले के रूप में नॉमिनेट किया गया था।

यहां दो प्रतिशत से भी कम है हिंदू आबादी

जावा द्वीपसमूह इंडोनेशिया के मुख्य द्वीपों में से एक है। यह देश की लगभग 60% आबादी का घर है। विष्णु और शिव के सम्मान में बने मंदिर द्वीपों में देखने को मिलेंगे। यहां की भाषा में संस्कृत के शब्द दिखाई देते हैं। महाभारत और रामायण के नाम शहरों में प्रतिष्ठानों और दुकानों पर दिखाई देते हैं। जबकि अजीब बात तो यह है कि इंडोनेशिया में, हिंदुओं की आबादी दो प्रतिशत से भी कम है।

"दिल्ली सरकार के झूठ का कोई अंत नहीं है": बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मॉडल पर कसा तंज

“दिल्ली में शासन व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है”: डॉ. रायज़ादा ने केजरीवाल सरकार पर सीवेज की सफाई के भुगतान न करने पर किया हमला

“हमारा सच्चा भगवान है भारत का संविधान” : बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा

संसद में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा हो पुनः स्थापित: भारतीय लिबरल पार्टी

बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने महिला डॉक्टर के साथ हुई रेप और हत्या के खिलाफ आवाज उठाते चिकित्सा समुदाय के पूरा समर्थन दिया