Extremely Large Telescope : पुरा ब्रह्मांड रहस्य से भरा हुआ है, लेकिन जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और हबल जैसे टेलीस्कोप ने सुदूर अंतरिक्ष के कई रोमांचक नजारों को कैप्चर किया है। जिसकी बदौलत हम बहुत से राज सुलझा सकें और हमारी समझ भी विकसित हुई। आपको बता दें अब दुनिया का सबसे बड़ा टेलिस्कोप लगभग बनकर तैयार ही होने वाला है, इस टेलिस्कोप के चारों तरफ प्रोटेक्टिव पैनल्स लग रहे हैं। इस टेलिस्कोप का नाम एक्स्ट्रीमली लार्ज टेलिस्कोप बताया जा रहा है। यह चिली के अटाकामा रेगिस्तान में बनाया जा रहा है।
इस विशालकाय टेलिस्कोप सेरो आर्माजोन्स पहाड़ पर यूरोपियन साउदर्न ऑब्जरवेटरी बना रहा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा विजिबल और इंफ्रारेड-लाइट टेलिस्कोप होगा। माना जा रहा है कि साल 2028 में यह अपना काम शुरू करेगा। यूरोपियन साउदर्न ऑब्जरवेटरी ने पहली बार टेलिस्कोप के गुंबद के अंदर से रात की तस्वीर जारी की थी, जिसमें हमारी आकाशगंगा दिख रही है।
ईएसओ ने अपने बयान में कहा है कि विकसित होना एक कठिन कार्य है। फिलहाल ये टेलिस्कोप रात में आराम कर रहा है। यह ढांचा 262 फीट ऊंचा और 289 फीट चौड़ा है। इस गुंबद के चारों तरफ गहरे नीले रंग के पैनल्स लगेंगे, जिसमें सुरक्षा प्रदान करने वाले इंसुलेटेड कवर होते हैं।
ये पैनल्स गुंबद के चारों तरफ लगाए जाएंगे। इसके अलावा उनके ऊपर एल्यूमिनियम की बाहरी परत बनाई जाएगी। जब यह काम पूरी तरह से हो जाएगा, तब टेलिस्कोप को इंस्टॉल किया जाएगा। इसके बाद टेलिस्कोप को रात में ही ऑपरेट किया जाएगा। ताकि हल्की सी रोशनी को भी कैप्चर किया जा सके. दिन में इसका गुंबद बंद रहेगा।
चिली के अटाकामा रेगिस्तान में तापमान काफी तेजी से ऊपर और नीचे जाता है इसलिए दिन में टेलिस्कोप की सुरक्षा के लिए गुंबद बंद रहेगा, जिससे गुंबद के अंदर का तापमान सामान्य रहेगा। ऐसे में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। गुंबद के बीच में ही मुख्य ढांचा बना है, इसे एजीमुथ स्ट्रक्चर कहते हैं। यही टेलिस्कोप को संभालता है। यह टेलिस्कोप पूरी तरह से सिर्फ और सिर्फ रात में ही इस्तेमाल किया जाएगा।