भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सुरक्षित सॉफ्ट लैंडिंग करके ऐतिहासिक कदम उठाया है। इसरो ने चुनौतियों के बावजूद इस कामयाबी के लिए पूरे देश को आश्वासन दिलाया था। साथ ही, भारत चांद की दक्षिणी पोल पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है, जो कि चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले चौथे देश के रूप में है।
भारत के चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की है, और इस महत्वपूर्ण मिशन के लिए इसरो के प्रमुख एस. सोमनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देशवासियों को बधाई दी है। इसरो ने विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर इस महत्वपूर्ण घटना का लाइव प्रसारण किया है।
इसरो ने बताया कि ऑटोमेटिक लैंडिंग सीक्वेंस (एएलएस) की तैयारी पूरी है और विक्रम लैंडर 5.44 बजे लैंडिंग के लिए निर्धारित स्थान पर पहुंचेगा। चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग का लाइव प्रसारण 5:20 बजे से शुरू होगा। लैंडर में विभिन्न पैरामीटर्स की निगरानी हो रही है और इसकी तैयारी पूरी तरह से की गई है।
भारत के वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गर्व व्यक्त किया है और उन्हें बधाई दी। चंद्रयान के मिशन में नेहरू प्लैनेटेरियम के सीनियर साइंटिफिक ऑफिसर डॉ. आनंद ने इस मिशन की महत्वपूर्णता और तैयारी की बात की।
इसरो ने ट्वीट करके बताया कि ऑटोमेटिक लैंडिंग सीक्वेंस (एएलएस) की तैयारी पूरी है और लैंडर मॉड्यूल 5 बजकर 44 मिनट पर तय पॉइंट पर पहुंचेगा। एएलएस कमांड प्राप्त होने के बाद, लैंडर मॉड्यूल अपने थ्रस्टर इंजन को सक्रिय करके उतरने लगेगा।
उत्तर प्रदेश में स्कूलों को चंद्रयान-3 की लैंडिंग दिखाने के लिए शाम को खोला गया था।