सांकेतिक चित्र। IANS
टेक्नोलॉजी

गुजरात में एक और प्योर ईवी E-Scooter में लगी आग

इस घटनाक्रम में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग नए सरकारी गुणवत्ता-केंद्रित दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहा है और इसी बीच गुजरात में प्योर ईवी से संबंधित एक और ई-स्कूटर आग की लपटों की चपेट में आ गया।

आग की घटना गुरुवार को पाटन जिले के सुविधानाथ सोसाइटी के एक घर में उस समय हुई, जब प्योर ईवी के ईप्लूटो 7जी ई-स्कूटर को चार्ज किया जा रहा था।

वीडियो में, स्कूटर को आग की लपटों में घिरे हुए देखा जा सकता है और चार्जर उस समय भी ई-स्कूटर में प्लग किया हुआ नजर आ रहा था। इस घटनाक्रम में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

प्योर एनर्जी के इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की यह पांचवीं घटना है।

प्योर ईवी ने अभी तक आग के कारणों के बारे में बयान जारी नहीं किया है।

अभी तक चार अन्य प्योर ईवी ई-स्कूटर में आग लग चुकी है, चौथी घटना पिछले महीने हैदराबाद से रिपोर्ट की गई थी।

प्योर ईवी ने अप्रैल में 2,000 इलेक्ट्रिक स्कूटरों को वापस मंगाया था।

चूंकि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग और विस्फोट बेरोकटोक जारी है, सरकार ईवी दोपहिया वाहनों के लिए ईवी बैटरी मानकों (बीआईएस मानकों) को पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसे बाद में चार पहिया वाहनों तक बढ़ाया जाएगा।

ईवी बैटरी के लिए बीआईएस मानक 'आकार, कनेक्टर, विनिर्देश और सेल्स की न्यूनतम गुणवत्ता, बैटरी की क्षमता' पर गौर करेंगे।

नीति आयोग ने हाल ही में एक चर्चा पत्र में राष्ट्रीय बैटरी स्वैपिंग नीति की दिशा में पहले कदम के रूप में बीआईएस मानकों की आवश्यकता पर जोर दिया।

ईवी आग पर सरकार द्वारा गठित जांच समिति के प्रारंभिक निष्कर्षो ने देश में लगभग सभी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की घटनाओं में बैटरी सेल या डिजाइन के साथ मुद्दों की पहचान की है।

विशेषज्ञों ने लगभग सभी ईवी आग की घटनाओं में बैटरी सेल्स के साथ-साथ बैटरी डिजाइन में दोष पाया।

सरकार अब इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नए गुणवत्ता-केंद्रित दिशानिर्देशों पर काम कर रही है, जिनका जल्द ही अनावरण किया जाएगा।

केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए), जो केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आता है, उसने प्योर ईवी और बूम मोटर्स को उनके ई-स्कूटर में अप्रैल में विस्फोट होने के बाद नोटिस भेजा था।

(आईएएनएस/JS)

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