बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ टेक्नोलॉजी की किताबों का हिस्सा नहीं रही, बल्कि हमारे रोजमर्रा के जीवन में बहुत अहम भूमिका निभा रही है। Ai
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रेट्रो साड़ी का डिजिटल जादू या साइबर जाल ? जानिए जेमिनी फोटो ट्रेंड का सच

यह Gemini Nano Banana नामक AI-इमेज एडिटिंग टूल का इस्तेमाल करके लोगों की साधारण फोटो को 90’s बॉलीवुड-स्टाइल पोर्ट्रेट्स में बदलता है। जिसमें साड़ी, सुनहरी रोशनी (golden hour), और रेट्रो बैकग्राउंड शामिल हैं। बहुत से यूज़र्स इस ट्रेंड को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, क्योंकि यह दिखने में आकर्षक है, और फोटो में एक रेट्रो ग्लैमर लुक जोड़ता है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ टेक्नोलॉजी की किताबों का हिस्सा नहीं रही, बल्कि हमारे रोजमर्रा के जीवन में बहुत अहम भूमिका निभा रही है। जैसा की हम सभी जानते है कि इनमें नए-नए फीचर्स रोज़ आते हैं, और ये फीचर्स हमें अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। आज हम इस पर इसलिए इतनी बाते कर रहे है क्योकि हाल ही में गूगल कि जेमिनी AI ऐप में “Nano Banana AI Saree Trend” खूब लोकप्रिय हुआ है, जहाँ सभी लोग अपनी सेल्फी को एक 90’s बॉलीवुड-स्टाइल साड़ी पोर्ट्रेट में बदलवा रहे हैं। और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का यह नया ट्रेंड लोगों को आकर्षित कर रहा है क्योंकि इसमें पुरानी फिल्मों जैसा रेट्रो ग्लैमर, ट्रेडिशनल सजावट, सुनहरी रोशनी और नाज़ुक साड़ी की लय देखने को मिलती है।

लेकिन इन सभी के साथ यह बात भी ध्यान में रखना है कि इस तरह की तस्वीरें सिर्फ सुंदरता नहीं लातीं। बल्कि साथ ही वह कई तरह के खतरे भी लेकर आ सकती हैं, जिनके बारे में हमें जानना और सतर्क रहना ज़रूरी।

क्या है नैनो बनाना एआई साड़ी ट्रेंड ?

यह Gemini Nano Banana नामक AI-इमेज एडिटिंग टूल का इस्तेमाल करके लोगों की साधारण फोटो को 90’s बॉलीवुड-स्टाइल पोर्ट्रेट्स में बदलता है, जिसमें साड़ी, सुनहरी रोशनी (Golden Hour), और रेट्रो बैकग्राउंड शामिल हैं। बहुत से यूज़र्स इस ट्रेंड को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, क्योंकि यह दिखने में आकर्षक है और फोटो में एक रेट्रो ग्लैमर लुक जोड़ता है।

यह Gemini Nano Banana नामक AI-इमेज एडिटिंग टूल का इस्तेमाल करके लोगों की साधारण फोटो को 90’s बॉलीवुड-स्टाइल पोर्ट्रेट्स में बदलता है

क्यों हो सकता है यह खतरनाक ?

जब आप अपनी फोटो अपलोड करते हैं, तो उसमें चेहरे की पहचान (Facial Recognition), आपका पता , त्वचा पर निशान जैसे मोल या दाग-धब्बे, और अन्य निजी जानकारी दिख सकती है। इतना ही नहीं यह AI से जनरेटेड तस्वीरें बाद में बद-इंतज़ामी (Mismanagement) के लिए उपयोग की जा सकती हैं जैसे कि गलत सूचना फैलाने (Misinformation), बदनामी (Defamation), या धोखाधड़ी (Fraud)। यदि आपकी फोटो और निजी पहचान सार्वजनिक हुई, तो अन्य लोग इसे किसी अनचाहे उद्देश्य के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

और अगर आपकी फोटो और उससे जुड़ी जानकारी (metadata) स्टोर हो जाए, तो भविष्य में इसे AI मॉडल को ट्रेन करने, परिचित पैटर्न बनाने या अन्य आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस प्रयोगों में उपयोग किया जा सकता है, जिसके लिए आपने स्पष्ट अनुमति नहीं दिया है। एक कंपनी कहती है कि सभी Gemini द्वारा बनाई गई या एडिट (Edit) की गई इमेजेज़ में एक डिजिटल वॉटरमार्क (Digital Watermark) और मेटाडाटा (Metadata) टैग शामिल होता है ताकि ये पता चल सके कि इमेज AI-जनित है। लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि यह सुरक्षा उपाय (Watermarks, Metadata) पर्याप्त नहीं हैं।

IPS अफ़सरों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस तरह के वायरल ट्रेंड्स के नाम पर फर्जी वेबसाइटें और ऐप्स चल रही हैं जो Gemini या Nano Banana जैसे टूल्स होने का दावा करती हैं, लेकिन वास्तविक में वह यूज़र की फोटो और निजी जानकारी चुरा सकती हैं।

बचाव के उपाय

अगर आप ऐसे उलझनों में फसना नहीं चाहते है। और आपका मन करे की आप भी ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करे, तब आप यह ध्यान में रखे कि आप केवल आधिकारिक Google Gemini ऐप या उचित AI स्टूडियो आदि प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग करें, और ऐसे ऐप्स से बचने की कोशिस करे जो फर्जी हों।

और ध्यान रहे कि ऐसी तस्वीरें न चुनें जिनमें आपकी पहचान अत्यधिक स्पष्ट हो (जैसे दस्तावेज़ फोटो, पासपोर्ट फोटो, बहुत नज़दीकी चेहरे की फोटो) या फोटो में ऐसी चीजें हों जो बाद में दुरुपयोग हो सकती है। अगर यदि संभव हो तो फोटो अपलोड करने से पहले उसमें से GPS/location डेटा और मेटाडाटा अन्य हटा दें।

अगर आपकी फोटो दिखने में अजीब या अनचाही लगे जैसे कि मोल, दाग, अनजान बैकग्राउंड आदि तो ध्यान दें। Gemini जैसी सेवाओं की प्राइवेसी पॉलिसी पढ़ें, समझें कि फोटो कहाँ स्टोर होंगी, और उसका उपयोग किस तरह से किया जाएगा। इसके अकाउंट से जुड़ा हर सुरक्षा उपाय इस्तेमाल करें ताकि यदि आपकी पहचान किसी तरह लीक होती भी है, तो नुकसान कम हो।

मानते है कि ट्रेंड भाग लेने की चाह हो सकती है, लेकिन हर AI-साड़ी फोटो को जनता के लिए अपलोड करने से पहले सोचें कि क्या कोई ऐसा हिस्सा है जिसे आप सार्वजनिक नहीं करना चाहते हैं।

निष्कर्ष

इस में कोई शक नहीं है कि जेमिनी जैसे AI प्लेटफ़ॉर्म हमें तकनीक के नए आयामों से जोड़ती हैं, लेकिन इनके साथ जुड़े जोखिमों को अनदेखा करना खतरनाक साबित हो सकता है। हमारे लिए फोटो अपलोड करना देखने में आसान और सामान्य काम लगता है, पर इसके पीछे साइबर सुरक्षा और व्यक्तिगत निजता से जुड़े कई गंभीर पहलू छिपे होते हैं। इसलिए हमें समझदारी से कदम उठाना चाहिए और हर बार सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए कि कौन-सी तस्वीर अपलोड करनी है और कौन-सी नहीं। सही जागरूकता और सतर्कता से ही हम तकनीक का लाभ उठा सकते हैं और संभावित खतरों से खुद को बचा सकते हैं।

[RH/SS]

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