आज के डिजिटल युग (Digital Age) में इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन इसी सुविधा के साथ कई नए खतरे भी सामने आए हैं।  [Sora Ai]
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कैसे होते हैं लोग 'Sextortion' का शिकार? जानें बढ़ते मामलों की पूरी कहानी!

Sextortion के मामले भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर किशोर और युवा वर्ग इसके सबसे बड़े शिकार बनते हैं। कई बार दोस्ती या ऑनलाइन फ्रेंडशिप के नाम पर लोग जाल में फंस जाते हैं और बाद में यह ब्लैकमेलिंग तक पहुंच जाता है।

Author : Sarita Prasad

आज के डिजिटल युग (Digital Age) में इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन इसी सुविधा के साथ कई नए खतरे भी सामने आए हैं। उन्हीं में से एक है Sextortion। यह एक तरह का साइबर क्राइम (Cyber Crime) है, जिसमें किसी व्यक्ति की निजी या अंतरंग तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल कर उसे ब्लैकमेल किया जाता है। अपराधी सोशल मीडिया, चैटिंग ऐप या ईमेल के जरिए पीड़ित को धमकाते हैं कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वे यह निजी सामग्री सार्वजनिक कर देंगे।

Sextortion के मामले भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर किशोर और युवा वर्ग इसके सबसे बड़े शिकार बनते हैं। कई बार दोस्ती या ऑनलाइन फ्रेंडशिप के नाम पर लोग जाल में फंस जाते हैं और बाद में यह ब्लैकमेलिंग (Blackmailing) तक पहुंच जाता है। इससे न सिर्फ पीड़ित मानसिक तनाव (Mental Stress) और डर का शिकार होता है, बल्कि कई बार सामाजिक बदनामी का भी सामना करना पड़ता है। यह मुद्दा अब केवल व्यक्तिगत नहीं रहा, बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का कारण बन गया है।

Sextortion क्या है?

Sextortion एक ऐसा साइबर अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति को उसकी निजी या अंतरंग तस्वीरों और वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया जाता है। अपराधी सोशल मीडिया, व्हाट्सऐप या अन्य ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल कर पहले पीड़ित का विश्वास जीतते हैं और फिर उसे फँसाकर धमकाते हैं कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह सामग्री सार्वजनिक कर दी जाएगी। कई बार ये मांग पैसे की होती है और कई बार शारीरिक या भावनात्मक शोषण की। इस अपराध का सबसे बड़ा शिकार युवा और किशोर वर्ग होते हैं, जो सोशल मीडिया पर ज़्यादा सक्रिय रहते हैं।

Sextortion एक ऐसा साइबर अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति को उसकी निजी या अंतरंग तस्वीरों और वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया जाता है।

Sextortion का असर सिर्फ पीड़ित तक ही सीमित नहीं रहता, बल्कि पूरे समाज पर दिखाई देता है। पीड़ित मानसिक तनाव, डर और अवसाद से जूझता है। कई बार सामाजिक बदनामी के डर से लोग आत्महत्या तक कर लेते हैं। समाज में यह अपराध रिश्तों में अविश्वास पैदा करता है और इंटरनेट पर सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाता है। इसलिए ज़रूरी है कि लोग Sextortion के खतरे को समझें, ऑनलाइन सतर्क रहें और अगर कभी ऐसा मामला सामने आए तो तुरंत कानून की मदद लें। यह न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा का सवाल है।

Sextortion के प्रकार: इन तरीकों से लूटे जाते हैं पैसे

  • Sextortion केवल एक तरीके से नहीं होता, बल्कि इसके कई अलग-अलग रूप हैं। सबसे पहला प्रकार है ऑनलाइन चैट या सोशल मीडिया Sextortion। इसमें अपराधी नकली प्रोफ़ाइल बनाकर लोगों से दोस्ती करते हैं और निजी तस्वीरें या वीडियो ले लेते हैं। बाद में उन्हीं तस्वीरों का इस्तेमाल ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं। MMS या फिर कुछ पर्सनल पिक्चर्स के जरिए लोगों को ब्लैकमेल कर खूब पैसे ऐंठे जाते हैं।

  • दूसरा प्रकार है रोमांटिक रिलेशनशिप के जरिए Sextortion। इसमें अपराधी पहले प्यार या रिश्ते का झांसा देते हैं। जब भरोसा बन जाता है तो वे निजी पलों को रिकॉर्ड कर लेते हैं और बाद में उन्हीं पलों को वायरल करने की धमकी देकर पैसे या शोषण की मांग करते हैं।

  • तीसरा प्रकार है पैसों के लिए Sextortion। इसमें मुख्य उद्देश्य केवल पैसे वसूलना होता है। अपराधी धमकी देकर कहता है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो पीड़ित की पर्सनल पिक्चर्स परिवार, दोस्तों या सोशल मीडिया पर फैला दी जाएगी।

  • एक और प्रकार है नाबालिगों को निशाना बनाकर Sextortion। इसमें किशोरों और बच्चों को गेम, गिफ्ट या ऑनलाइन दोस्ती के नाम पर फँसाया जाता है और बाद में उनका यौन शोषण या ब्लैकमेल किया जाता है। इन सभी प्रकारों में एक बात सामान्य है, पीड़ित का डर और शर्म। यही कारण है कि लोग शिकायत दर्ज कराने से कतराते हैं, जिससे अपराधी और भी ज्यादा हिम्मत पकड़ लेते हैं।

Sextortion से जुड़ी कहानियां

कोलकाता का 36 लाख का फ्रॉड

कोलकाता के एक व्यवसायी को सोशल मीडिया पर एक मॉडल का झांसा देकर नग्न वीडियो भेजने के लिए मजबूर किया गया। फिर उसे ऑब्ज़ीन सामग्री वायरल करने की धमकी देकर ₹36 लाख की फिरौती वसूली गई। बाद में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

कोलकाता के एक व्यवसायी को सोशल मीडिया पर एक मॉडल का झांसा देकर नग्न वीडियो भेजने के लिए मजबूर किया गया।

फरीदाबाद का ₹22 लाख का ब्लैकमेल

एक व्यक्ति को एक वीडियो कॉल में बिना अनुमति के नग्न वीडियो रिकॉर्ड करके ब्लैकमेल किया गया। बाद में आरोपी खुद को CBI का अधिकारी बताकर ₹22.4 लाख वसूलकर फरार हो गया। दक्षिणी पुलिस ने मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुणे का टेक-प्रोफेशनल शिकार

खऱाड़ी (पुणे) में एक 28 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को वीडियो कॉल में उजागर करने की धमकी देकर ₹2.5 लाख का ब्लैकमेल किया गया। पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

धमकी देकर ₹2.5 लाख का ब्लैकमेल किया गया।

दिल्ली, शाहदरा का डेटिंग ऐप फ्रॉड

शाहदरा का एक युवक डेटिंग ऐप पर मिलने के चक्कर में फ़ँस गया। उसे वीडियो कॉल में आयोजित अश्लील सामग्री के लिए ब्लैकमेल करके ₹35,000 वसूल लिए गए। चार आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया।

पटनाः मानसिक संकट में फँसा आदमी

पाटलिपुत्र (पटना) के एक 40 वर्षीय व्यक्ति को व्हाट्सएप पर दोस्ताना अंदाज़ में फँसाकर अश्लील वीडियो के ज़रिए ब्लैकमेल किया गया। घटना से उस पर मानसिक तनाव और अवसाद हावी हो गया, जिससे वह कुछ दिनों तक घर से बाहर नहीं जा सका।

एक और प्रकार है नाबालिगों को निशाना बनाकर Sextortion

Sextortion का बढ़ता ख़तरा, डेटा और तथ्य

भारत में दिन प्रतिदिन यह मामला बड़ी तेजी के साथ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि इन चीजों को लेकर जागरूकता भी समझ में फैली हुई है लेकिन फिर भी लोग इस धोखाधड़ी के झांसे में फास्ट जा रहे हैं। आपको बता दे कि बेंगलुरु में सिर्फ जनवरी से सितंबर 2023 के बीच 84 Sextortion केस दर्ज हुए, जिनमें पीड़ितों ने कुल ₹97.45 लाख तक का आर्थिक नुकसान उठाया। पुणे में तो alarming रिकॉर्ड देखने को मिला, 2022 में पुणे शहर में 1,400 से अधिक Sextortion के मामले दर्ज किए गए, जो चिंता का संकेत है।

भारत में दिन प्रतिदिन यह मामला बड़ी तेजी के साथ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।

वहीं महाराष्ट्र साइबर सेल के विशेष निरीक्षक के मुताबिक़, केवल 0.5% मामलों में ही FIR दर्ज होती है, क्योंकि अधिकांश पीड़ित सामाजिक कलंक के डर से शिकायत नहीं करते। यह मामला केवल भारत नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ही देखने को मिलते हैं। 2022-23 के बीच विश्व स्तर पर Sextortion की रिपोर्टों में लगभग 7200% की वृद्धि देखी गई। सबसे अधिक खतरे में 13–17 वर्ष के किशोर लड़के हैं।

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Sextortion एक गंभीर और बढ़ता हुआ साइबर अपराध है, जो युवा पीढ़ी को सीधे प्रभावित कर रहा है। डेटा यह स्पष्ट करता है कि न केवल मामले लगातार बढ़ रहे हैं, बल्कि अधिकांश अत्याचारी (perpetrators) इसका शिकार बनाकर आर्थिक और मनोवैज्ञानिक रूप से पीड़ितों को तोड़ रहे हैं। इस खतरे से निपटने के लिए जरूरी है, बढ़ती जागरूकता, बेहतर कानूनी कार्रवाई और स्कूलों, घरों में साइबर सुरक्षा की शिक्षा, ताकि हम इस ऑनलाइन अपराध को रोक सकें। [Rh/SP]