दिल्ली (Delhi) जैसे व्यस्त महानगर में साइबर ठगी (Cybercrime) जैसे मामलें तेजी से बढ़ती जा रही है, और जब कोई ताज़ा मामला सामने आता है तब यह एहसास होता है कि एक साधारण-सी गलती किसी भी व्यक्ति को आर्थिक रूप से बर्बाद कर सकती है। ऐसा ही एक मामला कनॉट प्लेस में 80 साल के एक बुजुर्ग दुकानदार (Elderly Shopkeeper) के साथ हुआ, एक ठगी ने फिर से लोगों को डिजिटल सतर्कता का महत्व क्या होता है, उसका याद दिला दिया।
यह कहानी है 16 जून की दोपहर की जब एक बुजुर्ग दुकानदार के मोबाइल फोन पर एक कॉल आया, और कॉल करने वाला खुद को NDMC (नई दिल्ली नगर निगम) का अधिकारी बता रहा था। उसके बाद उसने बहुत ही सख्त आवाज़ में चिल्लाते हुए कहा कि दुकानदार का बिजली बिल काफी समय से अटका हुआ है और अगर तुरंत इसका भुगतान नहीं किया गया तो 30 मिनट के भीतर दुकान की बिजली काट दी जाएगी।
आपको बता दें वो बुजुर्ग व्यक्ति जिनको यह धमकी वाला कॉल आया था वह एक दुकानदार हैं और उनका उम्र 80 साल है। पहले कभी भी उनके पास ऐसा कोई कॉल नहीं आया था, इस तरह का धमकी भरा कॉल उनके जीवन में पहली बार आया। उनको धमकी इतनी वास्तविक और डरावनी लगी कि वो बहुत ही घबरा गए। उसके बाद कॉल करने वाले ने कहा कि आपको एक लिंक भेजा जा रहा है, उसी के माध्यम से बिल का भुगतान कर दें, बस इतना ही बोल कर कॉल काट दिया।
कॉल के बाद दुकानदार को वॉट्सऐप पर एक लिंक भेजा गया, और उस लिंक पर क्लिक करते ही एक इनवॉइस खुल गया, जिसमें 12 लाख रुपये का बकाया बिल दिखाया गया था। उसके बाद दुकानदार (Elderly Shopkeeper) ने पूछा भी कि रकम इतनी ज्यादा कैसे हो सकती है, लेकिन ठग ने दुकानदार को काफी घुमाया और धमकाते हुए कहा की "यह आपकी अंतिम चेतावनी है। भुगतान नहीं किया तो बिजली कटेगी और दुकान सील भी हो सकता है।" फिर दुकानदार को लगा की तुरंत भुगतान करना जरूरी है, नहीं तो दुकान चलाना मुश्किल हो जाएगा। वो बहुत ही घबराए हुए थे इसी वजह से उन्होंने डर में जल्दी-जल्दी उस पोर्टल में अपने क्रेडिट कार्ड विवरण भरने लगे।
जैसे ही दुकानदार ने वो सारे विवरण भरे, ठगों ने उनके कार्ड पर कई ट्रांज़ैक्शन कर दिए। कुछ ही मिनटों में 15.5 लाख रुपये उसके खाते से गायब हो गए। यह रकम उनके लम्बे समय की कमाई की बचत थी, जिसे वह जीवन भर जुटा कर रखा था। इसके बाद जब दुकानदार को शक हुआ और उन्होंने बैंक से संपर्क किया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बैंक वालों ने यह बताया कि पैसे निकालने का काम साइबर अपराधियों ने किया है।
इसके बाद इस मामले की जाँच दिल्ली (Delhi) पुलिस ने शुरू कर दी। इस बीच दिल्ली में एक और मामला सामने आया, जिसमें कुछ दिन पहले पता चला था, की दिल्ली (Delhi) की एक 80 साल की बुजुर्ग महिला से 14 लाख रुपये ठगे गए थे। फिर पुलिस ने तकनीकी जांच की और मोबाइल लोकेशन का ट्रैक करके एक आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद उसके फोन से ठगी और ऑनलाइन जुए से जुड़े कई सबूत भी बरामद हुए। इन दोनों मामले से पुलिस को शक है कि दोनों मामले एक ही गिरोह या नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
सोशल मीडिया, वॉट्सऐप, बैंकिंग ऐप्स इन सभी पर ठग लोगों को झांसा देने के नए-नए तरीके खोज रहे हैं। अब यही सबसे बड़ा सवाल और चिंता का कारण बन गया है। सरकारी विभागों के नाम का इस्तेमाल करके डराना, और बिजली काटने की धमकी देना, रिफंड लिंक भेजना यह सभी तकनीकें उनके लिए आम तकनीकें हो गया हैं जिनसे लोग आसानी से फँस जाते हैं। खासतौर पर वरिष्ठ नागरिक आसानी से फसते हैं, क्योंकि उनको डिजिटल प्रक्रियाओं की पूरी तरह जानकारी नहीं होती है, ऐसे में वरिष्ठ व्यक्ति निशाने पर होते हैं।
यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि उन हजारों लोगों की कहानी है जो हर साल साइबर अपराधियों (Cybercrime) के शिकार बनते जा हैं। बिजली काटने की एक कॉल ने 80 साल के दुकानदार की मेहनत की कमाई छीन ली, लेकिन आपकी सावधानी आपकी सुरक्षा बन सकती है। डिजिटल दुनिया में एक क्लिक समझदारी का हो तो जिंदगी सुरक्षित रहती है, लेकिन एक गलत क्लिक सब कुछ खत्म कर सकता है। इसलिए हमेशा सतर्क रहें, सूझ-बूझ से काम लें और किसी भी संदेहपूर्ण कॉल या लिंक पर तुरंत जांच करें। [Rh/PS]