बदायूं के मोहसनपुर गांव में सोमवार रात 70 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला रातरानी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई (AI) 
उत्पीड़न/अपराध

बदायूं में खौफ़नाक वारदात - दारोगा की मां की लूट के बाद गला रेतकर हत्या, गांव में मातम

बदायूं (Badaun) के मोहसनपुर गांव (Mohsanpur village) में सोमवार रात 70 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला रातरानी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। बदमाश लूटपाट के बाद गला रेतकर फरार हो गए। पीड़िता पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मां (Inspector's mother) थीं। सुबह दरवाज़ा बंद मिलने पर पड़ोसियों ने सूचना दी, पुलिस जांच में जुटी है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

बदायूं (Badaun) के मोहसनपुर गांव (Mohsanpur village) में सोमवार रात 70 वर्षीय बुज़ुर्ग महिला रातरानी की घर में घुसकर हत्या कर दी गई। बदमाश लूटपाट के बाद गला रेतकर फरार हो गए। पीड़िता पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मां (Inspector's mother) थीं। सुबह दरवाज़ा बंद मिलने पर पड़ोसियों ने सूचना दी, पुलिस जांच में जुटी है।

रातरानी का जीवन साधारण लेकिन संघर्ष से भरा था। पति कुबेर सिंह के निधन के बाद वो मोहसनपुर के पैतृक घर में अकेली रहती थीं। उनका इकलौता बेटा, मनवीर सिंह, इस समय हापुड़ ज़िले के बहादुरगढ़ चौकी में सब-इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। बेटे की नौकरी की वजह से मां-बेटे का मिलना कम होता था, लेकिन मनवीर अपनी मां का हालचाल फोन पर लेते रहते थे।

पुलिस अब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, हालांकि गांव के अंदर सीधे तौर पर कैमरे नहीं हैं, लेकिन आस-पास के इलाक़ों से मदद ली जा रही है। (AI)

सोमवार रात गांव के लोग रोज़ की तरह अपने-अपने घरों में सो गए। लेकिन रातरानी के घर में उस वक़्त खौफ़नाक साज़िश चल रही थी। अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि बदमाश देर रात दीवार फांदकर या किसी सुनसान हिस्से से घर में दाख़िल हुए। पहले उन्होंने घर में रखी अलमारियों, संदूकों और बक्सों को खंगाला, फिर घर का सामान बिखरा पड़ा मिला, जिससे साफ़ है कि बदमाश की मंशा लूट थी। लेकिन जाते-जाते उन्होंने गला रेतकर बुज़ुर्ग महिला की हत्या कर दी।

मंगलवार सुबह करीब 10 बजे जब रातरानी घर से बाहर नहीं आईं, तो मोहल्ले में चिंता बढ़ी। पास-पड़ोस की औरतें अक्सर सुबह-सुबह उन्हें आंगन में बैठा देखती थीं, लेकिन इस बार दरवाज़ा बंद था और कोई हलचल नहीं थी। कुछ देर इंतज़ार के बाद उनके देवर, नंदराम, को खबर दी गई। नंदराम मौके पर पहुंचे और पड़ोस के कुछ युवकों की मदद से छत के रास्ते घर में घुसे। उसके बाद अंदर का नज़ारा देखकर सबके रोंगटे खड़े हो गए, बरामदे में चारपाई पर रातरानी खून से लथपथ पड़ी थीं। उनके गले पर गहरे ज़ख्म थे और कमरे का सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। किसी ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर में इस्लामनगर थाना पुलिस पहुंच गई और इलाके में हड़कंप मच गया।

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घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मातम छा गया। कुछ देर बाद पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए। उधर, हापुड़ में तैनात बेटा मनवीर सिंह को यह दिल दहला देने वाली खबर मिली। वह तुरंत बदायूं (Badaun) के लिए रवाना हुए और मां का शव देखकर फूट-फूटकर रो पड़े।उसके बाद पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला लूट और हत्या का लग रहा है। बदमाशों ने घर का कोना-कोना खंगाला था। यह भी संभावना जताई जा रही है कि बदमाशों को जानकारी थी कि घर में बुज़ुर्ग महिला अकेली रहती हैं और घर में कीमती सामान मौजूद हो सकता है।

गांव के लोग भी हैरान और सहमे हुए हैं। एक ग्रामीण ने कहा, की “हमारे गांव में कभी इतनी बड़ी वारदात नहीं हुई। रातरानी सबके साथ मिल-जुलकर रहती थीं। किसी का भी दिल दुखाने वाली बात उन्होंने कभी नहीं की।” कई लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से गांव के आस-पास अजनबी लोगों की आवाजाही देखी गई थी, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

पीड़िता रातरानी, जो एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मां थीं। (AI)

पुलिस अब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है, हालांकि गांव के अंदर सीधे तौर पर कैमरे नहीं हैं, लेकिन आस-पास के इलाक़ों से मदद ली जा रही है। साथ ही, पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है। इस वारदात ने न केवल मोहसनपुर गांव (Mohsanpur village), बल्कि पूरे बदायूं ज़िले को हिला कर दिया है। दिनदहाड़े या आधी रात को घर में घुसकर बुज़ुर्ग की हत्या, वह भी पुलिस अधिकारी की मां की, अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका सबूत है। ग्रामीणों में गुस्सा और डर दोनों है।

मनवीर सिंह, जो खुद पुलिस में हैं, उन्होंने कहा, “मैंने सोचा भी नहीं था कि एक दिन मुझे अपनी मां के हत्यारों को पकड़ने के लिए लड़ना पड़ेगा। मैं अपने विभाग से यही उम्मीद करता हूं कि हत्यारे जल्द से जल्द सलाखों के पीछे हों।” गांव (Mohsanpur village) में महिला सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। कई लोगों ने पुलिस से मांग की है कि रात में सुरक्षा बढ़ाई जाए और अकेले रहने वाले बुज़ुर्गों के लिए खास सुरक्षा व्यवस्था की जाए।

निष्कर्ष

रातरानी के अंतिम संस्कार की तैयारियों के बीच गांव (Mohsanpur village) का माहौल बेहद उदास है। महिलाएं उनकी सादगी और मददगार स्वभाव को याद कर रो रही हैं। कुछ बुज़ुर्ग कह रहे हैं, “रातरानी जैसी औरत इस गांव में दोबारा नहीं मिलेगी।”

पुलिस की जांच जारी है और गांव के लोग अब सिर्फ एक बात चाहते हैं - “कातिलों को सज़ा।” [Rh/PS]

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