सोपोर पुलिस (Sopore Police) ने एक शातिर धोखेबाज और घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो कई वारंट और अदालती निर्देशों के बावजूद वर्षों से गिरफ्त में नहीं आ रहा था।
आरोपी की पहचान जुबैर अहमद गनी उर्फ पीना उर्फ मंसूर गनी के रूप में हुई है, जो रोहामा राफियाबाद निवासी अब्दुल रशीद गनी का बेटा है। वह जम्मू-कश्मीर में धोखाधड़ी और ठगी के कई मामलों में वांछित था।
अधिकारियों ने बताया, "आरोपी के खिलाफ बारामूला, बडगाम, कुपवाड़ा, अनंतनाग, पुलवामा, श्रीनगर और कुलगाम जिलों की विभिन्न अदालतों ने 19 गैर-जमानती वारंट जारी किए थे। इसके अलावा, उसे चार अलग-अलग मामलों में अपराधी घोषित किया गया था, जिनमें से एक न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमआईसी) डांगीवाचा की अदालत द्वारा जारी किया गया था। अधिकारियों ने गनी को एक आदतन धोखेबाज बताया है, जो लंबे समय से फरार चल रहा था और पकड़े जाने से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहता था।"
पुलिस ने एक बयान में कहा, "उसकी गिरफ्तारी सोपोर पुलिस द्वारा उसे न्याय के कटघरे में लाने के लिए किए गए लगातार प्रयासों का परिणाम है। यह गिरफ्तारी सुनिश्चित करती है कि कई मामलों में वांछित एक लंबे समय से फरार व्यक्ति आखिरकार कानून के शिकंजे में है। यह एक स्पष्ट संदेश देता है कि कोई भी अपराधी, चाहे वह कितना भी समय क्यों न बचा रहा हो, न्याय से बच नहीं सकता।"
पुलिस ने कहा कि जनता की सुरक्षा और कानून के शासन को बनाए रखने के लिए धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी। सोपोर और आसपास के इलाकों के स्थानीय लोग, जो लंबे समय से ऐसे धोखेबाज तत्वों द्वारा ठगे जाने की शिकायत कर रहे थे, ने इस गिरफ्तारी का स्वागत किया।
कानूनी विशेषज्ञों (Legal Experts) ने बताया कि गनी को अब एक लंबी न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
सोपोर पुलिस ने जनता से सतर्क रहने और भविष्य में धोखाधड़ी के ऐसे मामलों को रोकने के लिए किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है। पुलिस के बयान में कहा गया है कि इस गिरफ्तारी को सोपोर पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जिसने धोखेबाजों और अन्य अपराधियों के खिलाफ अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।
जम्मू-कश्मीर (ammu and Kashmir) के विभिन्न जिलों में पुलिस, अपराध शाखा और एसआईए शाखाएं भूमि सौदों, निवेश धोखाधड़ी और वित्तीय अपराधों से जुड़ी अन्य आपराधिक गतिविधियों में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का पर्दाफाश कर रही हैं।
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