बांग्लादेश (Bangladesh) सरकार 1971 में देश को आजाद कराने के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों के परिवार के सदस्यों की मदद करना जारी रखेगी। कोलकाता (Kolkata) में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त अंदालिब इलियास ने मंगलवार को यह बात कही। इलियास विजय दिवस (Iliyas Vijay Diwas) समारोह की तैयारियों का जायजा लेने के लिए भारतीय सेना के पूर्वी कमान के मुख्यालय फोर्ट विलियम पहुंचे।
विजय दिवस हर साल भारतीय सेना द्वारा 1971 में पाकिस्तान (Pakistan) पर अपनी निर्णायक जीत और बांग्लादेश की मुक्ति के लिए मनाया जाता है।
इलियास ने कहा, "हमारी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सितंबर 2021 में अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान 1971 में हमारे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के 100 सैनिकों के वंशजों को वजीफा सौंपा था। हम इस प्रयास को जारी रखेंगे।"
उन्होंने कहा, "इसका मतलब यह नहीं है कि उनके पास पर्याप्त धन नहीं है या भारत सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है। हम केवल अपना आभार प्रकट करने की कोशिश कर रहे हैं। हम भारतीय सैनिकों के कृतज्ञ हैं, जिन्होंने हमारी खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। हम आने वाले दिनों में बहादुर पुरुषों को पहचानने की प्रक्रिया जारी रखेंगे।"
इलियास ने हाल ही में कोलकाता में पदभार ग्रहण किया है और फोर्ट विलियम का यह उनका पहला दौरा था। उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया कि दोनों देशों की युवा पीढ़ी को 1971 की घटनाओं और बांग्लादेश के जन्म के बारे में शिक्षित करने की जरूरत है।
कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट में अब एक बांग्लादेशी पुस्तक मेला चल रहा है। इलियास ने युवाओं को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त संग्रह उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि आसपास के कॉलेजों के छात्रों के लिए शाम को संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
उन्होंने कहा, "हम महसूस करते हैं कि मौजूदा पीढ़ी का ध्यान अपने अतीत पर कम है। उन्हें आकर्षित करने के लिए हमने बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम पर कुछ कॉमिक पुस्तकें बनाई हैं, जिसमें भारतीय 'मित्र वाहिनी' द्वारा निभाई गई भूमिका शामिल है। हम इन कॉमिक पुस्तकों को प्रसारित करने की योजना बना रहे हैं।"
इलियास ने कहा, "भारत और बांग्लादेश में बच्चों के बीच व्यापक रूप से। हम 15 दिसंबर से कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायोग में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के दौरान युवाओं से अधिक भागीदारी चाहते हैं।"
भारतीय सेना की पूर्वी कमान इस साल कोलकाता में विजय दिवस समारोह के दौरान पड़ोसी देश के 60 बांग्लादेशी 'मुक्ति योद्धा' और छह सेवारत सैन्य अधिकारियों की मेजबानी करेगी।
पूर्वी कमान के मेजर जनरल डी.एस. कुशवाहा ने कहा कि समारोह में मुक्ति योद्धा और 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान सेवा देने वाले भारतीय सेना के दिग्गजों के बीच अन्य कार्यक्रमों के साथ बातचीत भी होगी।
कुशवाहा ने कहा, "मैं बांग्लादेश के मीरपुर स्थित नेशनल डिफेंस कॉलेज का पूर्व छात्र हूं, और पड़ोसी देश में अपने सालभर के प्रवास को बहुत याद करता हूं। हम बांग्लादेश के साथ गहरे संबंध साझा करते हैं। दोनों देशों के बीच बेहद अच्छे संबंध हैं। समुद्री सीमाओं और भूमि सीमाओं के सीमांकन को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल किया गया है।"
वहीं, इलियास ने कहा कि देश के मुक्ति संग्राम के दौरान प्रदान किए गए समर्थन के लिए बांग्लादेश हमेशा भारत का आभारी रहेगा।
आईएएनएस/PT