एक्ट्रेस रसिका दुग्गल (Rasika Dugal) का मानना है कि बुलिंग एक प्रचलित मुद्दा है। (Wikimedia Commons)  
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बुलिंग पर काबू पाना मुश्किल हैः रसिका दुग्गल

एक्ट्रेस रसिका दुग्गल, जिन्हें अपने स्ट्रीमिंग शो 'अधूरा' के लिए काफी वाहवाही मिल रही है, का मानना है कि बुलिंग, जो समाज में एक प्रचलित मुद्दा है, को पहचानना मुश्किल है और जिन लोगों ने इसका अनुभव किया है उनके लिए इस पर काबू पाना कठिन है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

एक्ट्रेस रसिका दुग्गल(Rasika Dugal), जिन्हें अपने स्ट्रीमिंग शो 'अधूरा' के लिए काफी वाहवाही मिल रही है, का मानना है कि बुलिंग, जो समाज में एक प्रचलित मुद्दा है, को पहचानना मुश्किल है और जिन लोगों ने इसका अनुभव किया है उनके लिए इस पर काबू पाना कठिन है।

'अधूरा' उपेक्षा की दर्दनाक भावनाओं को दर्शाता है। सीरीज में दिखाई गई भयावहता ने समाज में बुलिंग पर एक बहस को जन्म दिया है। इसकी शुरुआत स्कूल रियूनियन से होती है, जो नैरेटिव की गहरी परतों को उजागर करने में ही विफल हो जाती है।

'अधूरा' में रसिका दुग्गल एक स्कूल काउंसलर का किरदार निभा रही हैं और 10 वर्षीय वेदांत मलिक की मदद करती हैं, जो मुश्किलों से घिरा है।

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि बुलिंग की स्थितियों को पहचानना कठिन है और इसलिए उन पर काबू पाना बहुत मुश्किल है। अक्सर जिन लोगों को धमकाया जाता है, वे समस्या को अपने अंदर ही रख लेते हैं। इसलिए इस बारे में बात करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।"

सीरीज़ ने उन्हें एक ऐसी हॉरर शैली का हिस्सा बनने का मौका दिया, जिसे उन्होंने पहले कभी नहीं आज़माया था।

सीरीज में श्रेणिक अरोड़ा, इश्वाक सिंह, पूजन छाबड़ा, रिजुल रे, ज़ोआ मोरानी, साहिल सलाथिया, अरु कृष्णश वर्मा और जामिनी पाठक भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

एक्ट्रेस ने कहा, "यह (बुलिंग) सिर्फ बोर्डिंग स्कूलों में ही नहीं, बल्कि कहीं भी, किसी के साथ भी हो सकती है।"

'अधूरा' एम्मे एंटरटेनमेंट के मोनिशा आडवाणी, मधु भोजवानी और निखिल आडवाणी द्वारा निर्मित और गौरव के. चावला और अनन्या बनर्जी द्वारा निर्देशित है। 

'अधूरा' प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम है। वर्क फ्रंट की बात करें तो रसिका के पास सुपरहिट स्ट्रीमिंग शो 'मिर्जापुर' का तीसरा सीजन है। (IANS/AK)

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