केंद्रीय मंत्रिमंडल (Cabinet) ने वायु गुणवत्ता और जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त अनुसंधान के लिए बुधवार को राष्ट्रीय पर्यावरण अध्ययन संस्थान (NIES), जापान और आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (ARIES), भारत के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने NIES और ARIES के बीच सहयोगी दिशानिर्देश स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दे दी है। पूर्व में किसी अन्य विदेशी निकाय के साथ अनुसंधान के समान क्षेत्रों में ARIES, नैनीताल द्वारा इस तरह के किसी भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर नहीं किए गए थे।
MoU के तहत संभावित गतिविधियों में वैज्ञानिक उपकरणों का संयुक्त उपयोग और संचालन, अवलोकन विधियों पर वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी का आदान-प्रदान, अवलोकन डेटा का संयुक्त विश्लेषण और वैज्ञानिक रिपोर्ट बनाना, संयुक्त शैक्षिक और अनुसंधान गतिविधियां, पीएचडी छात्रों सहित विद्वानों का आदान-प्रदान शामिल है।
ARIES भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्थापित एक स्वायत्त अनुसंधान संस्थान है। एआरआईईएस खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी और वायुमंडलीय विज्ञान में अनुसंधान के लिए उत्कृष्टता का केंद्र है। यह पृथ्वी पर वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन, सूर्य, सितारों और आकाशगंगाओं के निर्माण और विकास पर शोध करता है।
NIES जापान का एकमात्र शोध संस्थान है जो अंत:विषय और व्यापक तरीके से पर्यावरण अनुसंधान की एक विस्तृत श्रृंखला करता है।
एनआईईएस पर्यावरण संरक्षण पर वैज्ञानिक निष्कर्ष निकालने के लिए काम करता है।
यह अनुसंधान परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिसमें बुनियादी अनुसंधान, डेटा अधिग्रहण और विश्लेषण, पर्यावरण के नमूनों के संरक्षण और प्रावधान के माध्यम से संस्थान की अनुसंधान नींव को मजबूत करना शामिल है।
(आईएएनएस/PS)