गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Prade) में इस साल एक अनोखा नजारा दिखने जा रहा है। पहली बार इतिहास में गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के ऊंट सवारों की टुकड़ी में महिलाएं नजर आएंगी। 26 जनवरी की परेड में ये महिला ऊंटसवार पहली बार पुरूष जवानों के साथ टुकड़ी में शामिल होंगी। सोमवार को कर्तव्य पथ (Kartavya Path) पर फुल ड्रेस रिहर्सल के मौके पर इनकी एक झलक दिखाई दी।
26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस की परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ऊंट सवार टुकड़ी में पहली बार बल की महिला कर्मी, पुरुष जवानों के साथ भाग लेंगी। आज कर्तव्य पथ पर इस महिला टुकड़ी ने फुल ड्रेस रिहर्सल में हिस्सा लिया। बीएसएफ ने बताया कि प्रख्यात डिजाइनर राघवेंद्र राठौड़ ने इन महिला ऊंटसवारों की पोशाक तैयार की है, जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
दरअसल बीएसएफ के पूर्व महानिदेशक पंकज कुमार सिंह के निर्देश पर 15 महिलाकर्मियों को ऊंटसवार टुकड़ी में शामिल होने का प्रशिक्षण दिया गया था। देश में महिला जवानों का पहला ऊंट जत्था राजस्थान के खाजूवाला में 25 सितंबर को लॉन्च किया गया था। यही जत्था पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने जा रहा है।
फुल ड्रेस रिहर्सल (IANS)
वहीं दूसरी तरफ गणतंत्र दिवस परेड के लिए केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए ध्येय वाक्य 'नारी शक्ति' के तहत केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की एक अद्भुत झांकी कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित की जाएगी। सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने महिला सशक्तीकरण के विषय पर एक झांकी तैयार की है। इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की सभी शाखाएं शामिल होंगी।
आईएएनएस/PT