न्यूजग्राम हिंदी: वरिष्ठ आईपीएस (IPS) अधिकारी प्रवीण सूद (Praveen Sood) ने गुरुवार को सीबीआई (CBI) के नये निदेशक का कार्यभार संभाला। अपने अंतिम कार्य दिवस पर निवर्तमान निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल (Subodh Kumar Jaiswal) ने उन्हें नई दिल्ली (New Delhi) मुख्यालय में एजेंसी का प्रभार सौंपा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली एक उच्चस्तरीय समिति में तीन उम्मीदवारों के बीच उनका नाम चुना गया था। 1986 बैच के कर्नाटक कैडर (Karnataka Cadre) के अधिकारी सूद ने जायसवाल का स्थान लिया है, जो गुरुवार को सेवानिवृत्त हुए।
सूद को पदभार ग्रहण करने की तारीख से दो साल के लिए नियुक्त किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई निदेशक का कार्यकाल दो साल का होता है, जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है।
सूद के नाम वाले तीन सदस्यीय पैनल में पीएम नरेंद्र मोदी, भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (D.Y. Chandrachud) और लोकसभा (Loksabha) में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे।
सूद 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। सूद को प्रमुख साइबर क्राइम मुद्दों से निपटने में उनकी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। कर्नाटक में, सूद ने साइबर धोखाधड़ी से निपटने के लिए क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स/Crime and Criminal Tracking Network and Systems (सीसीटीएनएस) को लागू किया था।
सीबीआई (CBI)
(IANS)
प्रक्रिया के अनुसार, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग सीबीआई निदेशक के पद के लिए विचार करने के लिए तीन वरिष्ठ बैचों के सेवारत आईपीएस अधिकारियों की एक सूची तैयार करता है।
फिर नाम प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की दो सदस्यीय नियुक्ति समिति को भेजे जाते हैं, जो एक का चयन करती है और नियुक्ति करती है। गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पैनल के दूसरे सदस्य हैं।
--आईएएनएस/PT