भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश कुमार रायज़ादा ने संसद के सामने से डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा हटाए जाने के विरोध में 9 अगस्त को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया है। बीएलपी अध्यक्ष डॉ. रायज़ादा ने बताया कि वो बीएलपी महासचिव अकबर खान राणा और पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ जंतर-मंतर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे और संसद में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पुनः स्थापित करने की मांग करेंगे। डॉ. रायज़ादा ने कहा, "संसद से बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा हटाना देश और हमारे लोकतंत्र का अपमान है। डॉ. अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन समाज के सभी वर्गों को समान अधिकार दिलाने के लिए समर्पित कर दिया। उनकी प्रतिमा हटाना उनकी विरासत को धूमिल करने का प्रयास है।"
डॉ. रायज़ादा ने जनता से 9 अगस्त को जंतर-मतर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है और बीएलपी के साथ मिलकर दलित समुदाय की भावनाओं के प्रति खुलेआम हो रहे अनादर के खिलाफ आवाज उठाने के लिए आह्वान किया है। डॉ. रायज़ादा के अनुसार, दिल्ली के लोगों को आगे आकर अपना प्रतिरोध दिखाना चाहिए। डॉ. रायज़ादा ने कहा, "हर दिल्लीवासी को यह नैतिक जिम्मेदारी महसूस करनी चाहिए कि दलित समुदाय के अधिकारों की रक्षा हो और उन्हें सामाजिक न्याय के साथ ही सामाजिक समरसता मिले। इसलिए हर व्यक्ति को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर ऐसे गंभीर मुद्दे के लिए खड़ा होना चाहिए।"
भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली राज्य में सामाजिक न्याय की व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में बीएलपी दिल्ली राज्य को पहला दलित मुख्यमंत्री देगी। बीएलपी आगामी 2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने और भ्रष्टाचार को खत्म करने की दिशा में काम करने के लिए कमर कस रही है।