कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को कर्नाटक (Karnataka) में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जीतने का दावा किया है। गांधी वंशज, जो वर्तमान में कर्नाटक में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने कहा, मुझे पूरा यकीन है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव जीतेगी। कर्नाटक में खंडित जनादेश के मामले में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, क्या कांग्रेस पार्टी क्षेत्रीय पार्टी जेडीएस के साथ हाथ मिलाएगी? उन्होंने कहा कि ये ऐसे सवाल हैं जिनका कर्नाटक में सीएलपी नेता और कांग्रेस पार्टी द्वारा बेहतर जवाब दिया जाता है। राहुल गांधी ने कहा , यह सवाल आप दोनों (भाजपा और जेडीएस) से पूछ सकते हैं।
उन्होंने समझाया- मेरे अनुभव में, पिछले कुछ दिनों में मैंने कई लोगों से बात की है। मैं उनसे जो सुन रहा हूं वह भ्रष्टाचार से थक चुके हैं, 40 प्रतिशत कमीशन जो सरकार ले रही है। वे मूल्य वृद्धि बेरोजगारी के स्तर से भी परेशान हैं जिसका कर्नाटक सामना कर रहा है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के विरोध पर बात करते हुए उन्होंने कहा, हम एनईपी का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह हमारे देश के लोकाचार पर हमला है, यह हमारे इतिहास को विकृत करता है। हम इसका विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह कुछ लोगों के हाथों में सत्ता केंद्रित करता है, यह सत्ता लेता है और शिक्षा प्रणाली को केंद्रीकृत करता है और हम एक विकेन्द्रीकृत शिक्षा प्रणाली चाहते हैं जो हमारे इतिहास, परंपरा और भाषा को दर्शाती है।
कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के भीतर विभाजन पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, हम एक फासीवादी पार्टी नहीं हैं। हम एक ऐसी पार्टी हैं जो चर्चा, बातचीत में विश्वास करती है और पार्टी अलग-अलग दृष्टिकोण रखने से पूरी तरह खुश हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी समझती है कि चुनाव जीतने के लिए, हमें एक टीम के रूप में मिलकर काम करना होगा और ठीक यही हो रहा है।
पीएफआई पर प्रतिबंध पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा- मैं कहता रहा हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किस समुदाय से आते हैं, भारत में नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र-विरोधी कार्य है और हम नफरत और हिंसा फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति से लड़ेंगे।
आईएएनएस/PT