न्यूज़ग्राम हिंदी: अडानी समूह को लेकर आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने शेयर बाजार से लेकर पूरे देश की राजनीति में तहलका मचा रखा है। अडानी समूह के मसले ने संसद में विपक्षी दलों को भी एकजुट होने का मौका दे दिया है और तमाम विरोधी दल इस मसले पर जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग को लेकर संसद के अंदर लगातार हंगामा कर रहे हैं और सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
RSS से जुड़ी ऑर्गेनाइजर पत्रिका ने कहा कि अडानी को टारगेट कर के बदनाम किया गया है(Wikimedia Commons)
इस बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी पत्रिका ऑर्गेनाइजर ने अडानी समूह के समर्थन में उतरते हुए यह आरोप लगाया है कि गौतम अडानी को टारगेट कर, सुनियोजित साजिश के तहत बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। ऑर्गेनाइजर में ' डिकोडिंग द हिट जॉब बाई हिंडनबर्ग अगेंस्ट अडानी ग्रुप ' शीर्षक से छपे लेख में यहां तक आरोप लगाया गया है कि अडानी समूह पर हमले की शुरूआत 25 जनवरी 2023 को शुरू नहीं हुई है बल्कि इसे टारगेट करने की कहानी कई वर्ष पहले 2016-17 में ऑस्ट्रेलिया में रची गई थी और इसके लिए एक एनजीओ ने वेबसाइट भी चलाया है। लेख में उस एनजीओ और वेबसाइट का नाम भी बताया गया है।
ऑगेर्नाइजर में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को पूरी तरह से प्लानिंग के साथ बनाने के तथ्य को उजागर करते हुए लिखा गया है कि इस रिपोर्ट के आने के बाद भारत की एक लॉबी ने अडानी के खिलाफ नेगेटिव नैरेटिव तैयार किया है। लेख में कई विदेशी एनजीओ के साथ ही भारतीय एनजीओ, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी की पत्नी एवं कई अन्य पत्रकारों के साथ-साथ उद्योगपतियों का नाम भी लिखा गया है। ऑगेर्नाइजर के इस लेख में कई कड़ियों को जोड़ते हुए और फंडिंग पैटर्न का हवाला देते अडानी के खिलाफ एक सुनियोजित षड्यंत्र रचने की बात कही गई है।
-आईएएनएस/VS