न्यूज़ग्राम हिन्दी: भारतीय नौसेना (Indian Navy) के दो युद्धपोत Surat और Udaygiri को लॉन्च किया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मौके पर इन युद्धपोतों (Indian Navy Warships) को लॉन्च किया। दोनों अग्रणी युद्धपोतों को पहली बार परीक्षण के लिए पानी में उतारा गया है। यहाँ बात दें कि 'सूरत' (Surat) युद्धपोत 15B प्रोग्राम का चौथा और अंतिम स्टील्थ डिस्ट्रॉयर है जबकि 'उदयगिरी' (Udaygiri) प्रोजेक्ट 17A' का भाग है। इन दोनों ही युद्धोपोतों के लॉन्च कि जानकारी रक्षामंत्री ने अपने ट्विटर हैन्डल से भी दिया है।
15B डेस्ट्रायर प्रोजेक्ट का हिस्सा, आईएनएस सूरत (INS Surat) का निर्माण ब्लॉक निर्माण पद्धति द्वारा किया गया है। इस पद्धति के अंतर्गत युद्धपोत के पार्ट्स को अलग-अलग जगहों पर बनाकर जोड़ा जाता है। इस पद्धति द्वारा निर्माण में इस युद्धपोत को 5 वर्ष लगा जोकि अन्य तकनीकि से 7 साल तक लगता है।
उदयगिरी युद्धपोत (Indian Navy warship Udaygiri) के बारे में एक रोचक तथ्य है कि इसका नाम आंध्रप्रदेश की एक पर्वत माला के नाम पर रखा गया है। यह युद्धपोत प्रोजेक्ट 17A फ्रिगेट का दूसरा जहाज है। इसमें हाई क्वालिटी स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार और सेंसर और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम के साथ P17 फ्रिगेट्स (शिवालिक क्लास) हैं। इससे पूर्व आईएनएस नीलगिरी का लॉन्च 28 सितंबर 2019 को किया गया था।
नौसेना डिजाइन निदेशालय के निर्देशानुसार दोनों ही युद्धपोतों को 15B और P17A दोनों जहाजों को इन-हाउस डिजाइन किया गया है। भारतीय इतिहास में यह एक ऐतिहासिक घटना है कि स्वदेशी युद्धपोत 75 फीसदी स्वदेशी उपकरणों से बनाया गया है। इन युद्धपोतों के शामिल होने से भारत की समुद्री ताकत को बल मिलेगा। यह आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एक अनूठा कदम है।
ब्रह्मोस और बराक जैसी घातक मिसाइलों से भरपूर ये युद्धपोत अत्याधुनिक हथियार/सेंसर पैकेज, उन्नत स्टील्थ सुविधाओं और उच्च स्तर के स्वचालन तकनीकी से लैस है।
लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) के साथ ही ये जहाज़, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों से लैस हैं। मध्यम दूरी की सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइल (SAM), स्वदेशी टारपीडो ट्यूब लॉन्चर, पनडुब्बी रोधी स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और 76 मिमी सुपर रैपिड गन माउंट जैसी कई हथियार तकनीकियाँ जहाज़ में हैं।