'Agnipath' मॉडल के तहत चार साल के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना में अधिकारी रैंक (PBOR) से नीचे के कर्मियों की भर्ती की जाएगी।
'Agnipath' मॉडल के तहत चार साल के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना में अधिकारी रैंक (PBOR) से नीचे के कर्मियों की भर्ती की जाएगी। Wikimedia Commons
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Agnipath Scheme के खिलाफ युवाओं का विद्रोह जारी

न्यूज़ग्राम डेस्क

सशस्त्र बलों (Armed Forces) में युवाओं की भर्ती के लिए सरकार द्वारा घोषित 'अग्निपथ' (Agnipath Scheme) योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने बुधवार को दिल्ली-अजमेर राजमार्ग को जाम कर दिया। इस व्यस्त राजमार्ग को जाम किए जाने से हाईवे पर दोनों तरफ घंटा भर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझा कर जाम खुलवाया। योजना की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही जयपुर में सेना भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं ने बड़ी संख्या में एकत्र होकर दिल्ली-अजमेर राजमार्ग को जाम कर दिया और अग्निपथ योजना के खिलाफ नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारियों ने एक घंटे से अधिक समय तक राजमार्ग को अवरुद्ध रखा, जिससे दोनों ओर 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को काफी निराशा हुई। बाद में सड़क से जाम को हटाने के लिए पुलिस को कड़ा रुख अपनाना पड़ा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा देने के लिए Agnipath भर्ती योजना को मंजूरी दी थी। योजना के तहत भर्ती किए गए सैनिकों को सशस्त्र बलों में 'अग्निवीर' (Agniveer) के रूप में शामिल किया जाएगा।

'अग्निपथ' मॉडल के तहत चार साल के लिए सेना, वायुसेना और नौसेना में अधिकारी रैंक (PBOR) से नीचे के कर्मियों की भर्ती की जाएगी। भर्ती के बाद रंगरूटों को छह महीने तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। युवाओं को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती किए जाने पर आपत्ति है।
(आईएएनएस/PS)

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