न्यूजग्राम हिंदी: 19 मई दिन शुक्रवार को शनि जयंती (Shani Jayanti) मनाई जाएंगी। यह ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाई जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव बहुत ही शक्तिशाली ग्रह है। इन्हें नवग्रहों का न्यायधीश कहा जाता है जो मनुष्य को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि प्रबल हो उसके जीवन में सुख और समृद्धि की कमी नहीं होती। वहीं जिस व्यक्ति की कुंडली में शनि की कुदृष्टि होती हैं उसे कई प्रकार के संकटों का सामना करना पड़ता है। आज के इस लेख में हम आपको ऐसी कुछ सावधानियों के बारे में बताने वाले हैं जो व्यक्ति को शनि जयंती के दिन पूजा करते समय बरतनी चाहिए।
ऐसा कहा जाता है कि शनिदेव का प्रभाव सबसे ज्यादा शनि जयंती के दिन ही पड़ता है। इसीलिए शनि जयंती के दिन दूध (Milk) का सेवन बिल्कुल ना करें क्योंकि दूध का संबंध शुक्र से होता है जो इच्छा के देव माने जाते हैं। वही शनि अध्यात्म से जुड़े हुए है यदि आप इस दिन दूध का सेवन करते हैं तो आपके जीवन में समस्या उत्पन्न हो सकती है।
शनि जयंती के दिन तीखे पदार्थों का सेवन करना भी ठीक नहीं माना जाता। क्योंकि शनि उग्र स्वभाव के है तीखा खाने से आपको शनि का क्रोध झेलना पड़ सकता है। इस दिन लाल मिर्च का सेवन भूलकर भी ना करें नहीं तो आपके जीवन में परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
शनि ग्रह
इस दिन मांस, तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन बिलकुल नही करना चाहिए। क्योंकि यह सभी पदार्थ राक्षस प्रवृत्ति के हैं। इनके सेवन से मनुष्य के जीवन में कई तरह की परेशानियां सकती है। यदि आप शनि जयंती के दिन इन चीजों को खाते हैं तो शनिदेव क्रोधित हो जाएंगे और आपकी कुंडली में शनि दोष का खतरा बढ़ सकता है।
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