Women's Premier League 2023: 4 से 26 मार्च तक होने वाले इस खेल की नीलामी सूची जारी(IANS)

 

Women's Premier League 2023

खेल

Women's Premier League 2023: 4 से 26 मार्च तक होने वाले इस खेल की नीलामी सूची जारी

महिला प्रीमियर लीग(Women's Premier League) का पहला सीजन 4 से 26 मार्च तक मुंबई में खेला जाएगा। कुल 22 मैच ब्रेबॉर्न स्टेडियम और डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले जाएंगे, जो इस मार्की टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूज़ग्राम हिंदी:  महिला प्रीमियर लीग(Women's Premiere League) का पहला सीजन 4 से 26 मार्च तक मुंबई में खेला जाएगा। कुल 22 मैच ब्रेबॉर्न स्टेडियम और डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले जाएंगे, जो इस मार्की टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे। महिला प्रीमियर लीग प्लेयर नीलामी सूची 13 फरवरी को यहां जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में कुल 409 क्रिकेटरों की नीलामी के लिए तैयार है। पहले महिला प्रीमियर लीग प्लेयर नीलामी के लिए कुल 1525 खिलाड़ियों ने पंजीकरण कराया और अंतिम सूची में 409 खिलाड़ियों को शामिल किया गया।

409 खिलाड़ियों में से 246 भारतीय और 163 विदेशी खिलाड़ी हैं जिनमें से 8 सहयोगी देशों की खिलाड़ी हैं। कुल कैप्ड खिलाड़ी 202, अनकैप्ड खिलाड़ी 199 और 8 सहयोगी देशों से हैं।

पांच टीमों के पास अधिकतम 90 स्लॉट उपलब्ध हैं, जिनमें से 30 विदेशी खिलाड़ियों के लिए हैं।

उन्होंने कहा, 50 लाख उच्चतम आरक्षित मूल्य है, जिसमें 24 खिलाड़ी उच्चतम ब्रैकेट में स्लॉट शामिल हैं। टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, दीप्ति शर्मा और भारत की अंडर-19 टी20 विश्व कप विजेता कप्तान शेफाली वर्मा कुछ भारतीयों में से हैं। जिन्होंने खुद को उच्चतम ब्रैकेट में रखा है।"



बीसीसीआई ने एक बयान में कहा, 13 विदेशी खिलाड़ियों ने भी एलिस पेरी, सोफी एक्लेस्टोन, सोफी डिवाइन और डिआंड्रा डॉटिन जैसे कुछ नामों के साथ खुद को 50 लाख रुपये के बेस प्राइज मूल्य में रखा है। 30 खिलाड़ी 40 लाख रुपये के आधार मूल्य के साथ नीलामी सूची में हैं।"

--आईएएनएस/VS

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी

'कैप्टन कूल' सिर्फ नाम नहीं, अब बनने जा रहा है ब्रांड!