First Time Vote After 76 Year Of Independence : हमारे देश को आजादी मिले 76 साल बीत गए, हम 18वें लोकसभा के चुनावी पर्व में प्रवेश कर चुके हैं, लेकिन देश में एक ऐसा भी गांव है, जहां पर इस साल पहली बार 2024 लोकसभा चुनाव का वोटिंग हुआ। सुरक्षा बलों के छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सल विरोधी अभियानों में सबसे बड़ी सफलता के कुछ ही दिनों बाद, लाल आतंक के केंद्र बस्तर चांदामेटा गांव ने शुक्रवार को इतिहास रच दिया। आजादी के बाद पहली बार यहां लोकसभा चुनाव हुआ। नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले इस गांव में लोकसभा के पहले चरण में 162 महिलाओं समेत 325 पंजीकृत मतदाताओं ने पहली बार लोकसभा उम्मीदवार चुनने के लिए मतदान किया। गौरतलब है कि चांदामेटा में सुरक्षाकर्मियों द्वारा एक शिविर स्थापित करने से निवासियों को अपनी सुरक्षा का भरोसा मिला। वे बिना किसी डर के अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए घर से बाहर निकले।
इस गांव में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई थी। चांदामेटा के गांव के लोगों के साथ-साथ कुछ पड़ोसी गांवों के लोगों ने भी पहली बार वोटिंग दिया। यहां पर वोटिंग दोपहर तीन बजे समाप्त हुआ। ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी और मतदान अधिकारियों को ईवीएम के साथ सुरक्षित वापस बेस भेजा गया।
लोगों को पूरे उत्साह और आत्मविश्वास के साथ मतदान केंद्रों के बाहर पहुंचते और कतार में खड़े होते देखा गया, वोटरों के चारों ओर तीन-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया था। राज्य के 11 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से बस्तर एकमात्र ऐसा क्षेत्र था, जहां शुक्रवार को आम चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ।
तीन-स्तरीय क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त बलों को भी तैनात किया गया था स्थानीय लोग पूरे आत्मविश्वास और बिना किसी डर के मतदान केंद्रों तक पहुंचे। चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, शुरुआती चरण के लिए कुल 1.87 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे, जबकि मतदान के लिए जाने वाले 102 निर्वाचन क्षेत्रों में 18 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे।