दिल्ली की सत्ता में आम आदमी पार्टी की सरकार नया शिगूफ़ा लेकर आई है। हालांकि, इस शिगूफ़े का तार इस देश के प्रधानमंत्री से जुड़े हुए हैं लेकिन इस बात से यह सिद्ध नहीं होता कि यह पैंतरा दिल्ली वासियों के लिए किसी भी प्रकार से फ़ायदेमंद है। दिल्ली सरकार ने इस शिगूफ़े का नाम दिया है – ‘डिग्री दिखाओ कैम्पेन’
इस (Degree Dikhao Campaign) कैम्पेन को देखकर यह समझना मुश्किल नहीं है कि दिल्ली सरकार राजनीति के छिछले स्तर पर उतर आई है। यदि देखा जाए तो भारतीय संविधान में तो ऐसा कहीं भी लिखा नहीं है कि जो 'ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी' (Oxford University) की डिग्री दिखायेगा वही चुनाव लड़ सकता है या मंत्री बन सकता है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की दो डिग्रियां दिखाकर दिल्ली सरकार की वर्तमान शिक्षा मंत्री आतिशी (Atishi), क्या इस देश के संविधान निर्माण कर्ताओं पर प्रश्न चिह्न खड़ा कर रही हैं या फिर देश भर के तमाम कम पढ़े - लिखे नेताओं का उपहास उड़ाना चाहती हैं?
आम आदमी पार्टी (AAP) व्यक्ति विशेष के विरोध में शायद यह भूल गई है कि दिल्ली की जनता ने उन्हें 63 सीटें जितवाकर यह कारनामा करने के लिए दिल्ली (Delhi) की सत्ता में नहीं बैठाया है। बहरहाल, आम आदमी पार्टी 'डिग्री दिखाओ कैम्पेन' शुरू कर के हासिल क्या करना चाहती है यह समझ के परे है क्योंकि खुद दिल्ली की सरकार में बैठे आम आदमी पार्टी के 20 विधायक ऐसे हैं जोकि 12वीं तक या उससे कम पढ़े - लिखे हैं। इन 20 विधायकों के नाम इस प्रकार से हैं -
1. Sharad Kumar Chauhan - NARELA
2. Pawan Sharma - ADARSH NAGAR
3. Mohinder Goyal - RITHALA
4. Dharampal Lakra - MUNDKA
5. Mukesh Ahlawat - SULTANPUR MAJRA
6. Rajesh Gupta - WAZIRPUR
7. Shiv Charan Goel - MOTI NAGAR
8. Girish Soni - MADIPUR
9. Dhanwati Chandela A - RAJOURI GARDEN
10. Jarnail Singh - TILAK NAGAR
11. Mahinder Yadav - VIKASPURI
12. Naresh Balyan - UTTAM NAGAR
13. Gulab Singh - MATIALA
14. Pramila Dhiraj Tokas - R K PURAM
15. Sahi Ram - TUGHLAKABAD
16. Rohit Kumar - TRILOKPURI
17. Kuldeep Kumar - KONDLI
18. Abdul Rehman - SEELAMPUR
19. Surendra Kumar - GOKALPUR
20. Haji Yunus - MUSTAFABAD
इन विधायकों (MLA) में से कुछ तो ऐसे विधायक भी हैं जोकि 9वीं और 10वीं तक ही पढ़े - लिखे हैं। खैर, हमारा ऐसा कोई मकसद नहीं कि हम यह रेखांकित करें कि कौन कितना पढ़ा लिखा है लेकिन आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं/मंत्रियों को यह समझ लेना बहुत जरूरी है कि जिनके घर खुद शीशे के होते हैं, वो दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंका करते हैं।
दिल्ली के भीतर मुद्दों की कमी नहीं जिनपर दिल्ली सरकार को युद्ध स्तर पर काम करना चाहिए। यह हवा - पानी जैसी जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं से लेकर सड़क, सफाई और स्वास्थ्य तक की लकीर है, जिसके लिए दिल्ली वासियों ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उनकी पार्टी को दिल्ली की सत्ता में बैठाया है। देश भर में घूम कर दावे ठोंकेने और 'डिग्री दिखाओ कैंपेन' जैसे हथकंडों को अपनाने की बजाय जनता की मूल समस्याओं पर दिल्ली सरकार को ध्यान देने की ज़रूरत है।
Story By - Saurabh Singh