दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने शनिवार को आबकारी नीति लागू करने में गंभीर चूक करने को लेकर 11 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया। एक सूत्र ने शनिवार को कहा, LG ने दिल्ली के तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्णा और उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी सहित 11 अधिकारियों को आबकारी नीति 2021-22 को लागू करने में चूक को लेकर निलंबित कर दिया है।
सूत्र ने बताया कि सक्सेना ने यह कार्रवाई सतर्कता निदेशालय द्वारा दायर जांच रिपोर्ट के आधार पर की है।
उन्होंने बताया कि कृष्णा और तिवारी के अलावा निलंबित अधिकारियों की सूची में दानिक्स कैडर के तीन तदर्थ अधिकारियों और छह अधिकारी शामिल हैं।
इस बीच, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अनधिकृत कॉलोनियों में शराब की दुकानें खोलने पर पूर्व एलजी अनिल बैजल के बदलते रुख पर सीबीआई को लिखा है।
एक प्रेस वार्ता के दौरान, सिसोदिया ने कहा, "पिछले साल नवंबर में सभी शराब की दुकानों को खोलने के लिए 48 घंटे पहले निर्णय क्यों बदला गया था? किन दुकानदारों को फायदा हुआ और किन लोगों के दबाव में एलजी ने अपना फैसला पलटा, इन सभी का जवाब दिया जाना चाहिए।"
हालांकि, उपराज्यपाल द्वारा आबकारी नीति 2021-22 के कार्यान्वयन में नियमों के कथित उल्लंघन और प्रक्रियात्मक खामियों की केंद्रीय जांच ब्यूरो जांच की सिफारिश पहले ही की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार ने अब इस नीति को वापस ले लिया है।
(आईएएनएस/AV)