प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन किया Wikimedia
दिल्ली

झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए नवनिर्मित 3,024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन

कालकाजी में तैयार किए गए ये आवास इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत निर्मित किए गए हैं और इनका निर्माण दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने किया है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को राजधानी दिल्ली (Delhi) के कालकाजी इलाके में झुग्गीवासियों के पुनर्वास के लिए नवनिर्मित 3,024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का उद्घाटन किया। इस दौरान लाभार्थियों को फ्लैट की चाबी भी सौंपी। घर पाने वालों का कहना है कि लंबे इंतजार और परिवार के सदस्यों को खोने के बाद अब जाकर खुशहाली आई है।

कार्यक्रम में फ्लैट (flat) की चाबी लेने वाले कई लाभार्थियों ने आईएएनएस से खास बातचीत में अपनी खुशी साझा की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

38 साल के प्रदीप सरदार ई रिक्शा चलाते हैं। उनका कहना है कि कई सालों से हमारा परिवार इस दिन का इंतजार कर रहा था। हमारा परिवार लगभग 50 सालों से भूमिहीन कैंप की झुग्गी झोपड़ी में रह रहा था। प्रदीप ने कहा कि फ्लैट मिलने का सोच सोचकर मां की मृत्यु तक हो गई। कई सरकारों और नेताओं ने घर देने का वादा किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जाकर घर मिला है। ये हमारे लिए खुशी का दिन है।

वहीं 58 साल के रंजीत विश्वास जो चमड़े का काम करते हैं। उनका कहना है कि आज हम बेहद खुश हैं, खुशी को बयान तक नहीं कर सकते। भूमिहीन कैंप में रहते हमें सालों हो गए। सभी ने वादा किया, लेकिन घर नहीं मिला। अब अच्छी जगह रहेंगे, तो बच्चों का भविष्य बनेगा। झुग्गी में ना ठीक से पानी, ना शौचालय की व्यवस्था थी। घर की उम्मीद करते करते मां और पिता दोनों की मृत्यु हो गयी। अब जाकर खुशहाली आएगी।

आईएएनएस से बात करते हुए सुनील माझी ने बताया कि हमारे परिवार के लिए भी आज खुशी का दिन है। लंबे वक्त से इस दिन का इंतजार कर रहे थे। अब हमारा जीवन जीने लायक हो पाएगा। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों को आगे बेहतर जिंदगी मिलेगी। प्रधानमंत्री को हम धन्यवाद देते हैं।

गौरतलब है कि कालकाजी में तैयार किए गए ये आवास इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत निर्मित किए गए हैं और इनका निर्माण दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने किया है।

आईएएनएस/RS

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