<div class="paragraphs"><p>पर्यटन मंत्रालय कर रहा धौलावीरा यूनेस्को विश्व स्थल तक सड़क बनाने की तैयारी (IANS)</p></div>

पर्यटन मंत्रालय कर रहा धौलावीरा यूनेस्को विश्व स्थल तक सड़क बनाने की तैयारी (IANS)

 

गुजरात

गुजरात

पर्यटन मंत्रालय कर रहा धौलावीरा यूनेस्को विश्व स्थल तक सड़क बनाने की तैयारी

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: गुजरात (Gujarat) के कच्छ के रण में आयोजित पहली जी 20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। पर्यटन मंत्रालय ने शनिवार को दिल्ली (Delhi l) में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि विचार-विमर्श के लिए निर्धारित सभी 5 प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को सभी सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा समर्थन दिया गया था।

पर्यटन सचिव, अरविंद सिंह ने कहा कि भाग लेने वाले देशों के बीच आम सहमति थी कि भारत द्वारा निर्धारित प्राथमिकताएं सही दिशा में हैं। अधिक जानकारी देते हुए अरविंद सिंह ने कहा, "अन्य रचनात्मक गतिविधि ग्रामीण पर्यटन के साइड इवेंट में सर्वोत्तम प्रथाओं की जानकारी साझा करना थी, जहां हमने अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से भागीदारी देखी। इसमें भारत से भी भागीदारी थी, कुछ राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों से और कुछ निजी क्षेत्र से भी।"

उन्होंने बताया कि इस आयोजन का एक और सकारात्मक प्रभाव धोडरे गांव से धौलावीरा यूनेस्को विश्व विरासत स्थल तक सड़क का निर्माण है जो इस क्षेत्र को आर्थिक बढ़ावा देगा और उस क्षेत्र में अधिक पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि धौलवीरा की यात्रा भी आंख खोलने जैसी थी कि पुरातात्विक पर्यटन को कैसे आगे बढ़ाया जाएं। उसमें इंडोनेशिया, मैक्सिको, स्पेन, यूनेस्को और आगा खान ट्रस्ट जैसे अन्य संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीय अनुभव जो पुरातत्व पर्यटन पर साइड इवेंट में साझा किए गए, जो बेहद उपयोगी साबित होंगे।

अरविंद सिंह ने कहा कि विचार-विमर्श के आधार पर, सदस्य अप्रैल में सिलीगुड़ी में होने वाली अगली कार्यसमूह की बैठक में 5 प्राथमिकताओं पर आगे विचार-विमर्श के लिए रूपरेखा तैयार करेंगे। जी20 देशों के सदस्य, आमंत्रित देशों के प्रतिभागी और चार अंतर्राष्ट्रीय संगठनों आईएलओ, यूएनईपी, डब्ल्यूटीओ, एडीबी के प्रतिनिधि पहली पर्यटन कार्य समूह की बैठक में उपस्थित थे।

आईएएनएस/PT

अमर सिंह चमकीला पर बनी फिल्म में अभी भी बाकी है उनके जीवन के कुछ हिस्से

इस देश में रहते हैं मात्र 35 लोग, यहां के मिलनसार तानाशाह को देख चौक जाते हैं टूरिस्ट

मुगल काल में भी किया जाता था बर्फ का इस्तेमाल, खास विदेशों से मंगवाया जाता था इसे

बंबी बाल्टी जंगल में लगे भीषण आग को बुझाने में है मददगार, जानिए और क्या है इसकी खासियत

अरब में बन गया एक नया धर्म, जानें आखिर किस आधार पर बनाया जाता है धर्म?