न्यूज़ग्राम हिंदी: कर्नाटक(Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा(B.S. Yedurappa) ने शनिवार को कहा कि राज्य की भाजपा सरकार रिश्वत के आरोपी पार्टी विधायक और उनके बेटे को नहीं बचाएगी। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त(Lokayukt) की जांच में हस्तक्षेप का सवाल ही नहीं है। पत्रकारों से बात करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई इस संबंध में पहले ही एक बयान जारी कर चुके हैं। उन्होंने कहा, कोई भी जांच में हस्तक्षेप की कोशिश नहीं कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कानूनी ढांचे के तहत आवश्यक कार्रवाई शुरू की जाएगी। मैं इसके बारे में आगे नहीं बोलूंगा।
येदियुरप्पा ने बोम्मई के इस्तीफे की मांग कर रहे कांग्रेस नेताओं के विरोध पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इस बीच, लोकायुक्त सूत्रों ने बताया कि वे मामले के संबंध में चन्नागिरी निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मदल विरुपक्षप्पा को गिरफ्तार करने की तैयारी कर रहे हैं।
उनके पुत्र प्रशांत मदल को निविदा आवंटन के एवज में 40 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।
विरुपाक्षप्पा को इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है।
प्रशांत मदल को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
विरुपाक्षप्पा ने कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड (KSDL) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और मामले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।
क्रिसेंट रोड स्थित प्रशांत मदल के निजी कार्यालय से 2.02 करोड़ रुपये और विरुपक्षप्पा के आवास से 6.10 करोड़ रुपये जब्त किए गए।
इस बीच कांग्रेस बोम्मई के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके आवास के सामने धरना दे रही है।
--आईएएनएस/VS