<div class="paragraphs"><p>बाला साहेब की 97वीं जयंती पर विधान भवन में उनके चित्र का अनावरण किया गया</p><p>&nbsp;(Wikimedia)</p></div>

बाला साहेब की 97वीं जयंती पर विधान भवन में उनके चित्र का अनावरण किया गया

 (Wikimedia)

 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी

महाराष्‍ट्र

बाला साहेब की 97वीं जयंती पर विधान भवन में उनके चित्र का अनावरण किया गया

न्यूज़ग्राम डेस्क

महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने सोमवार को हिंदुत्व के दिवंगत नेता और शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब केशव ठाकरे (Balasaheb Keshav Thackeray) की 97वीं जयंती पर उनके चित्र का अनावरण किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, विपक्ष के नेता अजीत पंवार, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नारवेकर, डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल, महाराष्ट्र काउंसिल की कार्यवाहक अध्यक्ष नीलम गोरहे और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम में सांसद, विधायक, एमएलसी, केंद्रीय और राज्यमंत्री, ठाकरे कबीले के सदस्य, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे भी शामिल हुए, जिन्होंने राज्य के महान राजनेता की सेवाओं और योगदान की प्रशंसा की।

हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य और पार्टी के शीर्ष नेताओं ने शनमुखानंद हॉल में एक विशेष समारोह में भाग लिया, जहां बालासाहेब ठाकरे की स्मृति में उनके निधन के 11 साल बाद कई वक्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इससे पहले दिन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में दिवंगत ठाकरे को पुष्पांजलि अर्पित की, जबकि बालासाहेबंची शिवसेना (बीएसएस), भाजपा, सेना (यूबीटी) और अन्य पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिवाजी पार्क और कोलाबा में दिवंगत ठाकरे को उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

ठाकरे को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा : "मैं हमेशा उनके साथ अपनी विभिन्न बातचीत को संजोता रहूंगा। उन्हें समृद्ध ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त था। उन्होंने अपना जीवन लोक कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।"

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पंवार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले जैसे शीर्ष नेताओं और राजनीतिक स्पेक्ट्रम के अन्य नेताओं ने ठाकरे को सलाम किया।

राज्यभर में सेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं ने उनकी जयंती को चिन्हित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया और उनके विचारों और शिक्षाओं के लिए खुद को फिर से समर्पित करने का संकल्प लिया।

बालासाहेब ठाकरे, जिन्होंने कभी कोई राजनीतिक पद नहीं संभाला, लेकिन राज्य और राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करने के लिए एक महान व्यक्ति की तरह डटे रहे। उन्होंने 17 नवंबर, 2012 को मुंबई में अंतिम सांस ली।

आईएएनएस/PT

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