<div class="paragraphs"><p>Manik Saha: एक बार फिर बनेंगे त्रिपुरा ने सीएम(IANS)</p></div>

Manik Saha: एक बार फिर बनेंगे त्रिपुरा ने सीएम(IANS)

 

Manik Saha

त्रिपुरा

Manik Saha: एक बार फिर बनेंगे त्रिपुरा ने सीएम

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूज़ग्राम हिंदी:  माणिक साहा(Manik Saha) त्रिपुरा(Tripura) में मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का फिर से नेतृत्व करेंगे। साहा को सोमवार शाम पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों ने भाजपा विधायक दल का नेता चुना। विधायक दल की बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रहे असम के परिवहन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने विधायक दल के नेता के रूप में साहा के नाम की घोषणा की। साहा के नाम का प्रस्ताव केंद्रीय राज्यमंत्री प्रतिमा भौमिक ने रखा था।

भाजपा के एक नेता ने आईएएनएस को बताया कि साहा पार्टी के अन्य नेताओं के साथ सोमवार देर शाम राजभवन में राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

मुख्यमंत्री और नए मंत्रिपरिषद का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को होगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा शामिल होंगे।

16 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 32 सीटों पर जीत हासिल की, जो 60 सदस्यीय विधानसभा में 31 के जादुई आंकड़े से एक अधिक थी, जबकि उसके सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा को एक सीट मिली थी।

साहा टाउन बोरडोवली सीट से दूसरी बार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के आशीष कुमार साहा को 1,257 मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं। माणिक साहा पहली बार पिछले साल जून में हुए उपचुनाव में आशीष कुमार साहा को 6,104 मतों के अंतर से हराकर विधानसभा के लिए चुने गए थे।

70 वर्षीय साहा राज्य भाजपा इकाई के प्रमुख और कुछ समय के लिए राज्यसभा सदस्य भी रहे। उन्होंने पिछले साल 15 मई को पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के इस्तीफा देने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

Manik Saha: एक बार फिर बनेंगे त्रिपुरा ने सीएम(IANS)



भाजपा ने लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए त्रिपुरा में सत्ता बरकरार रखी।

आदिवासी-आधारित टिपरा मोथा पार्टी (TMP), जिसने पहली बार अपने दम पर 42 सीटों पर चुनाव लड़ा, 13 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। सीपीआई (एम) ने 11 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को तीन सीटें मिलीं। सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा, जिसने कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे की व्यवस्था में चुनाव लड़ा था, ने 47 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, जबकि 13 सीटें कांग्रेस को आवंटित की गई थीं।



भाजपा की सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) ने दक्षिणी त्रिपुरा की जोलाईबाड़ी सीट पर जीत हासिल की है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 36 सीटें जीती थीं, उसके सहयोगी आईपीटीएफ ने आठ सीटें जीती थीं, जबकि माकपा ने 16 सीटें हासिल की थीं।

--आईएएनएस/VS

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