Success Story Capsicum Farming - शिमला मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होने लगी है। (Wikimedia commons) 
उत्तर प्रदेश

यूपी के किसान अब खेती करके कमा रहे है लाखों -लाख रूपए!

किसान अब ना गेंहू और ना ही धान उगाएंगे, वे अब ऐसी सब्जी उगा रहे है जिससे उनको लाखों की कमाई होरही है। यूपी के किसान दरअसल शिमला मिर्च की खेती कर रहे है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत के किसान दिन रात मेहनत करके अनाज , साग- सब्जियां उगाते है लेकिन यूपी के बाराबंकी जिला के किसान अब ना गेंहू और ना ही धान उगाएंगे, वे अब ऐसी सब्जी उगा रहे है जिससे उनको लाखों की कमाई होरही है। यूपी के किसान दरअसल शिमला मिर्च की खेती कर रहे है। शिमला मिर्च की खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कर रहे है। शिमला मिर्च की खेती बड़े पैमाने पर होने लगी है। जबकि शिमला मिर्च की मार्केट में काफी मांग है और ये सब्जियों की तुलना में महंगा भी है यही कारण है कि किसान अब ज्यादा से ज्यादा शिमला मिर्च का उत्पादन कर रहे है।

आधुनिक तरीके से शिमला मिर्च की खेती कर रहे है। (Wikimedia commons)

कैसे हो रही है शिमला मिर्च की खेती?

रसूलपुर गांव के रहने वाले युवा किसान मनीष कुमार ने आधुनिक तरीके से शिमला मिर्च की खेती कर रहे है। इस विधि से बिना रासायनिक खाद का उपयोग किए भी खेत में खरपतवार नहीं लगता और साथ ही बाहर से कीड़े भी नहीं आते। सबसे अच्छी बात यह है कि वह जैविक खाद का प्रयोग कर शिमला मिर्च, गोभी आदि सब्जियों की पैदावार कर रहे है । इसी प्रकार वह दो - तीन लाख रुपए कमा पा रहे है।

एक फसल पर दो से तीन लाख रुपये तक हो जाता है। (Wikimedia commons)

कैसे की शुरुआत?

युवा किसान मनीष कुमार ने बताया कि पहले वह धान गेहूं की खेती करते थे लेकिन उन्हें मुनाफा नहीं हो रहा था जिससे वह और उनका परिवार परेशान था लेकिन जब उन्हें बाजार में शिमला मिर्च के मुनाफे का पता चला उन्होंने शिमला मिर्च की खेती के बारे में अधिक से अधिक पता लगाया। उसके बाद आधे बीघे में शिमला मिर्च लगाई और अच्छा मुनाफा हुआ। उसके बाद उन्होंने तीन बीघे में शिमला मिर्च की फसल लगाई । आगे बताया कि करीब 60 से 65 दिनों में इन पौधों की हार्वेस्टिंग शुरू हो जाती है साथ ही बताया कि एक बीघे में लागत 15 से 20 हजार रुपये आती है और मुनाफा करीब एक फसल पर दो से तीन लाख रुपये तक हो जाता है। बाजार में इस समय शिमला मिर्च का भाव 45 से 50 रुपये प्रति किलो चल रहा है।

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।