जोशीमठ के मकानों में फिर से आने लगी दरारें (IANS)

 

उत्तराखंड 

उत्तराखंड

जोशीमठ के मकानों में फिर से आने लगी दरारें

पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्हें होटल से जबरन बाहर किया गया था जिसके बाद वे असुरक्षित घर में रहने के लिए मजबूर हुए। वहीं, प्रशासन ने प्रभावित परिवार को नगर पालिका में शिफ्ट करने के लिए कहा है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक तरफ चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) चल रही है जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आ रहे हैं और चारधाम की यात्रा कर रहे हैं। चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) और प्रशासन ने भी इस बार काफी बेहतर व्यवस्थाएं की है। दूसरी ओर भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ में एक बार फिर मकानों में दरारें गहरी होने लगी हैं। अब सिंहधार वार्ड स्थित असुरक्षित घोषित किए एक मकान में बुधवार रात तेज आवाज के साथ दरारें बढ़ गईं, जिससे परिवार के लोग दहशत में आ गए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्हें होटल से जबरन बाहर किया गया था जिसके बाद वे असुरक्षित घर में रहने के लिए मजबूर हुए। वहीं, प्रशासन ने प्रभावित परिवार को नगर पालिका में शिफ्ट करने के लिए कहा है।

दरअसल, सिंहधार वार्ड में स्टेट बैंक के पास प्रकाश भोठियाल का मकान है। प्रकाश ने बताया कि बुधवार रात 10:40 बजे तेज आवाज आई। ऐसा लगा जैसे कुछ चटक गया हो, जिससे परिवार के सभी लोग दहशत में आ गए। बृहस्पतिवार सुबह उठकर देखा तो घर की सीढ़ी छत से चिपक गई। घर की छत भी धंस गई और दीवार की दरारें गहरी हो गईं। प्रकाश ने आरोप लगाया कि राहत शिविर में रहने के दौरान उनके हाथ में चोट लगी थी।

जोशीमठ में संकट लगातार बढ़ रहा IANS)

चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने बताया कि प्रदेश में चल रही चारधाम को लेकर प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर रखी है। जोशीमठ (Joshimath) जो बद्रीनाथ धाम (Badrinath dham) यात्रा का मुख्य पड़ाव वहां भू-धंसाव को लेकर स्थितियां सामान्य है। साथ ही जो श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम जाने के लिए जोशीमठ आ रहे हैं उनके रुकने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्थाएं है। साथ ही किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की टीम के साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है।

आईएएनएस/PT

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी

'कैप्टन कूल' सिर्फ नाम नहीं, अब बनने जा रहा है ब्रांड!