ऑस्ट्रेलिया की शार्क प्रजातियों पर खतरा

ऑस्ट्रेलिया का नक्शा (Wikimedia Commons)
ऑस्ट्रेलिया का नक्शा (Wikimedia Commons)
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ऑस्ट्रेलिया की शार्क प्रजातियों पर एक खतरा आ गया है। वहाँ 10 प्रतिशत से अधिक शार्क प्रजाति विलुप्त होने ही वाली है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय पर्यावरण विज्ञान कार्यक्रम (एनईएसपी) समुद्री जैव विविधता हब ने सभी ऑस्ट्रेलियाई शार्क, किरणों और घोस्ट शार्क (चिमेरा) के विलुप्त होने का मूल्यांकन प्रकाशित किया है।

ऑस्ट्रेलिया दुनिया की कार्टिलाजिनस मछली प्रजातियों के एक चौथाई से अधिक का घर है, इसमें 182 शार्क, 132 किरणें और 14 चिमेरे ऑस्ट्रेलियाई जलमार्ग में हैं। पीटर काइन जो चार्ल्स डार्विन विश्वविद्यालय (सीडीयू) के एक वरिष्ठ शोधकर्ता है और रिपोर्ट के प्रमुख लेखक है उन्होंने कहा कि तुरंत कार्रवाई की जरूरत है। पीटर काइन कहा, "ऑस्ट्रेलिया का जोखिम 37 प्रतिशत के वैश्विक स्तर से काफी कम है। यह उन 39 ऑस्ट्रेलियाई प्रजातियों के लिए चिंता का विषय है, जिनके विलुप्त होने का खतरा बढ़ गया है।"


ऑस्ट्रेलिया में शार्क की प्रजाति खतरे में।(Unsplash)

"ऑस्ट्रेलिया के आसपास, हमारे कई खतरे वाले शार्क और किरणें व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण नहीं हैं, इसलिए ये बड़े पैमाने पर आंखों से ओझल चीजों को हम भूल जाते हैं', लेकिन उन्हें राष्ट्रीय, राज्य और क्षेत्र के स्तर पर सुरक्षा की आवश्यकता होती है।"

रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई जल 45 प्रजातियों की शरणस्थली के रूप में कार्य करता है, जो विशाल गिटारफ़िश सहित दुनिया के अन्य हिस्सों में खतरे में हैं।
उन्होंने कहा, "लेकिन जब हमें कई प्रजातियों की सुरक्षित स्थिति का जश्न मनाना चाहिए, तो हमें ऑस्ट्रेलिया के खतरे वाले शार्क और किरणों के लिए अपने शोध और प्रबंधन प्रयासों को तत्काल बढ़ाने की जरूरत है" इस 442 पन्नों की रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ मरीन साइंस, जेम्स कुक यूनिवर्सिटी और कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन के शोधकर्ताओं ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। (IANS:TS)

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