हवा के माध्यम से फैल रहा है कोरोना वायरस : स्टडी

वायरस मुख्य रूप से हवा के माध्यम से लोगों में फैल रहा है| (Wikimedia Commons)
वायरस मुख्य रूप से हवा के माध्यम से लोगों में फैल रहा है| (Wikimedia Commons)

लेसेंट जर्नल (Lancet journal) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार यह पता चला है कि, कोरोना वायरस अब हवा के माध्यम से भी फैल सकता है। SARS-COV-2 वायरस मुख्य रूप से हवा के माध्यम से लोगों में फैल रहा है और यही कारण है कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। 

अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के छह विशेषज्ञों द्वारा किए गए विश्लेषण में कहा गया है कि, कोरोना वायरस के, हवा के माध्यम से फैलने के ठोस सबूत मिले हैं। अमेरिका के कोलोराडो बाउल्डेर विश्वविद्यालय (the University of Colorado Boulder) के जोस लुई जिमेनेज ने कहा कि, वायरस के हवा के माध्यम से फैलने के साक्ष्य मिले हैं। उन्होंने कहा कि, विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य स्वास्थ्य एजेंसियों के लिए आवश्यक है कि, वह हवा द्वारा फैल रहे वायरस को कम करने पर अपना ध्यान केंद्रित करें। 

आखिर हवा में कैसे फैलता है वायरस?

जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उस दौरान उसके मुंह व नाक से कई Droplets या कण हवा में घुल जाते हैं। इस तरह कोई भी वायरस हवा में प्रवेश करता है और जब कोई अन्य व्यक्ति उस हवा के प्रभाव में आता है या सांस लेता है तो वह ना जानते – चाहते भी संक्रमित हो जाता है। इस तरह अब लोग हवा के माध्यम से लगातार वायरस की चपेट में आ रहे हैं। 

हालांकि पिछले कुछ अध्ययनों में बताया गया था कि, COVID-19 हवा के माध्यम से फैल सकता है। पिछले साल जुलाई में ही 32 देशों के 200 से अधिक वैज्ञानिकों ने WHO को लिखा था की इस बात के सबूत मिले हैं कि, कोरोना वायरस हवा में माध्यम से फैल सकता है और यहां तक की छोटे कण भी लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। 

डॉक्टर ने तो यह भी सलाह दी है कि दो मास्क लगाकर रखें। (Pexel)

पहले जब कोरोना वायरस आया था तो लोगों को 2 गज की दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई थी। यानी तब वायरस था लेकिन वह हवा में कुछ देर रहने के पश्चात अप्रभावी था। लेकिन अब स्टडी ने बताया कि हवा के माध्यम से संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। अब हालात यह है कि, घरों में भी मास्क लगाकर रखना पड़ेगा। घर में एक व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित है तो परिवार के सभी व्यक्ति का वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। घर हो या बाहर अब इस वायरस का खतरा हर तरफ है।

इस एयरबॉर्न ट्रांसमिशन (Air born Transmission) को कम करने के लिए जरूरी है हम जहां, जैसे भी संभव हो मास्क लगाकर रखें। डॉक्टर ने तो यह भी सलाह दी है कि दो मास्क लगाकर रखें। स्टडी में कहा गया है कि, घर में वेंटिलेशन को बनाए रखना बहुत जरूरी है। वायरस का ट्रांसमिशन बाहर की तुलना में इंडोर अधिक हो गया है और अगर वेंटिलेशन पूरे तरीके से होगा तो इसके फैलने की संभावना कम हो जाती है। 

विशेषज्ञों ने बताया Lab में SARS-COV-2 वायरस कम से कम 3 घंटे तक हवा में संक्रामक रूप में रहा था। 

हमें यह समझना जरूरी है कि, यह वायरस हवा में नहीं है बल्कि हवा के माध्यम से अब यह लोगों को संक्रमित कर रहा है। इससे घबराने की नहीं अपना और अपने परिवार की सुरक्षा को और अधिक बनाए रखने की जरूरत है। 

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