भले ही अधिकारी आने वाले हफ्तों में कोरोनोवायरस के खिलाफ टीकाकरण करने के लिए तैयार हों, लेकिन असामाजिक तत्व उत्तर प्रदेश के निवासियों को फोन कर वैक्सीन पंजीकरण के बहाने उनसे व्यक्तिगत जानकारियां मांग रहे हैं। इस तरह की धोखाधड़ी के कई मामले अधिकारियों के संज्ञान में सामने आए हैं। गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, मऊ, गाजीपुर, और प्रतापगढ़ में बड़ी संख्या में लोगों को आधार नंबर, बैंक खाता और बीमा पॉलिसी विवरण जैसे महत्वपूर्ण व्यक्तिगत विवरण देने के लिए साइबर अपराधियों द्वारा फोन किया गया है।
इन साइबर धोखाधड़ी में भोले-भाले लोगों के फंसने की आशंका के कारण, स्वास्थ्य और पुलिस अधिकारियों ने अब जनता से इनके जाल में नहीं फंसने और किसी भी जानकारी को साझा नहीं करने की अपील की है।
एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, "स्वास्थ्य विभाग लोगों को पंजीकरण या टीकाकरण के लिए कोई फोन नहीं कर रहा है। फ्रंटलाइन वॉरियर्स का टीकाकरण संभवत: जनवरी 2021 के तीसरे सप्ताह में शुरू होगा।"
उन्होंने कहा, "वैक्सीन के लिए पंजीकरण के नाम पर किसी को कोई विवरण प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि लोग साइबर अपराध का शिकार हो सकते हैं। कोविड-19 टीकाकरण के लिए पंजीकरण के नाम पर धोखाधड़ी के कई मामले हमारे संज्ञान में आए हैं।"
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दावा शेरपा ने कहा, "टीकाकरण के लिए पंजीकरण के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले प्रकाश में आए हैं। इसलिए, मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे इस तरह के झांसे में न आएं।"(आईएएनएस)