सागर में अभिनव पहल, गांव में ही मिलेगी दवा

गांव के लोगों दवाओं के लिए बेवजह परेशान नहीं होना पड़ेगा।(सांकेतिक चित्र, Pixabay)
गांव के लोगों दवाओं के लिए बेवजह परेशान नहीं होना पड़ेगा।(सांकेतिक चित्र, Pixabay)
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मध्य प्रदेश के उन लोगों के लिए यह अच्छी खबर है जो गांव में रहते है और उन्हें दवाओं के लिए बेवजह परेशान होना पड़ता है। कोरोना काल में मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के सागर जिले(Sagar District) में प्रशासन ने एक अभिनव पहल की है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में औषधि केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इसके जरिये यहां लोगों को जरुरत की दवाएं आसानी से मिल सकेंगी। बताया गया है कि विकासखण्ड देवरी में ग्राम पंचायत गौरझामर, कांसखेडा एवं ग्राम पंचायत महाराजपुर में पंचायत औषधि केन्द्र प्रारंभ किए गए है। डॉ. गढ़पाले ने बताया किCOVID-19 संक्रमित होम आईसोलेटेड मरीजों को शासन निदेर्शानुसार घर-घर पहुंचकर मेडीसिन किट वितरित की जा रही है। इसके अलावा सागर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में संभावित संक्रमित मरीजों एवं सर्दी, खांसी एवं बुंखार के लक्षण वाले व्यक्तियों के लिये ग्राम पंचायत भवन में पंचायत औषधि केन्द्र प्रारंभ किए गए है। इन पंचायत औषधि केन्द्रों में शासन निदेर्शानुसार जो मेडीसिन किट दी जा रही है, उसके साथ-साथ आयुष विभाग की दवाईयां, काढा भी रहेंगे।

पंचायत औषधि केन्द्र में महिला स्वसहायता समूहों के द्वारा निर्मित मास्क, सेनेटाईजर भी वितरित किये जाएंगे। यह पंचायत औषधि केन्द्र सुबह साढ़े 10 बजे से शाम पांच बजे तक खुलेंगे। सागर जिले में 150 पंचायत औषधि केन्द्र प्रारंभ किये गये है। आागामी दिनों में जिले की सभी 734 ग्राम पंचायतों में पंचायत औषधि केन्द्र प्रारंभ कर दिये जाण्ंगे। पंचायत औषधि केन्द्र में स्वास्थ्य विभाग के अमले का भी सहयोग लिया जाएगा। पंचायत औषधि केन्द्र प्रारंभ होने से व्यक्तियों को ग्राम में ही मेडीसिन उपलब्ध हो सकेगी। इन औषधि केन्द्रों में समस्त प्रकार की दवाईयां विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से उपलब्ध कराने हेतु निर्देश जारी किये जा चुके है।(आईएएनएस-SHM)

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