कम आय वाले देशो को वैक्सीन मिलने का इंतजार करना पड़ रहा है- डब्ल्यूएचओ निवेशक

डब्ल्यूएचओ यानीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्यालय (wikimedia commons)
डब्ल्यूएचओ यानीं विश्व स्वास्थ्य संगठन का मुख्यालय (wikimedia commons)

हाल ही में वॉयस ऑफ अमेरिका (voice of America) की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ(Who) प्रमुख ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि कम आय वाले देशों में प्राथमिक खुराक की तुलना में एक दिन में छह गुना अधिक कोविड -19 बूस्टर दिए जाते हैं। वॉयस ऑफ अमेरिका (VOA) की रिपोर्ट के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेबियस ने कहा है कि वैश्विक कोविड -19 की वैक्सीन से जुड़ी असमानता का 'घोटाला' बंद होना चाहिए।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रेडोस ने यह भी कहा कि उच्चतम वैक्सीन कवरेज वाले देश 'अधिक टीकों का भंडार लगाना जारी रखे हुए हैं', जबकि 'कम आय वाले देश वैक्सीन मिलने का इंतजार कर रहे हैं'। ट्रेडोस ने कहा कि यह एक घोटाला है जिसे अब रोकना चाहिए।

ट्रेडोस ने कहा कि कोवैक्स, वैक्सीन-साझाकरण योजना, वैक्सीन असमानता को कम करने में मदद कर सकती है, लेकिन साल के अंत तक हर देश की 40 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इसे कम से कम 550 मिलियन शॉट्स की आवश्यकता है।


अमीर देश कर रहे हैं वैक्सीन का भंडारण!(Pixabay)

कहां पहुंचा भारत का टीकाकरण अभियान?

24 घंटे में 67,82,042 वैक्सीन खुराक देने के साथ, भारत का कोविड टीकाकरण कवरेज बुधवार सुबह तक 113.68 करोड़ तक पहुंच गया है। यह सत्र में 1,16,73,459 के माध्यम से हासिल किया गया है।

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