मध्य प्रदेश सरकार(Government of Madhya Pradesh) ने भगवान राम के वनवास काल की साक्षी मंदाकिनी नदी की धारा को स्वच्छ और अविरल बनाए रखने के लिए नर्मदा नदी का मिलन कराने वाली हैं। यह ऐलान रामनवमीं के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj Singh Chouhan) ने किया। रामनवमी के अवसर पर चित्रकूट का गौरव दिवस मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भगवान राम ने माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ चित्रकूट में साढ़े 11 वर्ष वनवास का समय बिताया। चित्रकूट का कण-कण राममय है। चित्रकूट की महिमा और गौरव का बखान तीन लोक से बढ़कर है। मैं भी मंदाकिनी नदी की धारा को स्वच्छ और अविरल बनाये रखने का संकल्प लेता हूं। चित्रकूट की मंदाकिनी नदी को सदा नीरा बनाये रखने के लिये मझगवां में प्रथम चरण में 243 करोड़ 79 लाख रुपए की लागत से बांध बनेगा। इसके बाद दूसरे चरण का कार्य भी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भगवान कामतानाथ की कृपा से बरगी नहर की टनल का काम पूरा होते ही नर्मदा जी का जल हम मंदाकिनी नदी तक लेकर आयेंगे। इन दो पावन नदियों के मिलन से अनूठा संगम बनेगा। इसकी DPR बनाने के निर्देश दे दिये गये हैं। मंदाकिनी नदी में कटाव को रोकने के लिये 30 करोड़ 9 लाख रुपए के प्रोजेक्ट को भी मंजूर किया गया है। इसके बायें तट पर सुंदर घाट बनाये जायेंगे। चित्रकूट में सीसी रोड निर्माण के लिये 49 करोड़ 39 लाख रुपए तथा शहर में सड़कों एवं नालियों के निर्माण के लिये 62 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है।
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अमृत योजना(Amrit Yojana) से भी 12 करोड़ रुपए के कार्य मंजूर किये जा रहे हैं। चित्रकूट में 127 करोड़ 47 लाख रुपए के कार्य मंजूर किये गये हैं। साथ ही तुलसी मार्ग वन विभाग परिसर में 2 करोड़ रुपए की लागत से सामुदायिक भवन तथा 23 लाख रुपए की लागत से बाउंड्रीवाल बनाई जायेगी। भूमिगत बिजली लाईन के लिये भी प्रोजेक्ट स्वीकृत कर दिया गया हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज का दिन चित्रकूट के लिये गौरव का दिवस है। अब हर साल रामनवमी को चित्रकूट का गौरव दिवस मनाया जायेगा। सरकार और समाज मिलकर चित्रकूट के समग्र विकास का प्रयास करेंगे।
आईएएनएस(DS)