नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA-India) ने मंगलवार को डायबिटीज के इलाज में काम आने वाली 12 जेनेरिक दवाओं की कीमत तय किए हैं। आपको बता दें इसके पहले भी केंद्र सरकार ने सितंबर में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची (एनएलईएम) में संशोधन करते हुए आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली 39 दवाओं की कीमतों में कटौती की थी।
एनपीपीए(NPPA-India) ने ट्वीट कर कहा, "हर भारतीय के लिए डायबिटीज जैसी बीमारियों के खिलाफ चिकित्सा उपचार को संभव बनाने के लिए एनपीपीए ने 12 डायबिटीज के इलाज के लिए जेनेरिक दवाओं की अधिकतम कीमतें तय करके एक सफल कदम उठाया है।"
जिन दवाओं की कीमतों की सीमा तय की गई है, उनमें 1 एमजी वाली ग्लिमेपाइराइड टैबलेट शामिल है, जिसकी अधिकतम कीमत 3.6 रुपये प्रति टैबलेट है, जबकि 2 एमजी की कीमत 5.72 रुपये प्रति टैबलेट है। 25 प्रतिशत स्ट्रेंथ वाले 1 एमएल ग्लूकोज इंजेक्शन की अधिकतम कीमत 17 पैसे निर्धारित की गई है, जबकि 40आईयू/ एमएल स्ट्रेंथ वाले 1 एमएल इंसुलिन इंजेक्शन की कीमत 15.09 रुपये तय की गई है।
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एनपीपीए(NPPA-India) ने आगे कहा कि 500 एमजी वाले मेटफॉर्मिन तत्काल रिलीज टैबलेट की अधिकतम कीमत 1.51 रुपये प्रति टैबलेट तय की गई है, जबकि 750 एमजी की की पॉपमत 3.05 रुपये प्रति टैबलेट और 1,000 एमजी की कीमत 3.61 रुपये प्रति टैबलेट है।
Input: आईएएनएस; Edited By: Lakshya Gupta