केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन(Prime Minister Ayushman Bharat Health Infrastructure Mission) का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण देखभाल सुविधाओं और प्राथमिक देखभाल में अंतराल को भरना है। मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने कहा कि यह स्वास्थ्य पहल देश भर में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सबसे बड़ी अखिल भारतीय योजनाओं में से एक है। आपको बता दें, इस स्वास्थ्य योजना के तहत उत्तर और दक्षिण भारत को कवर करने के लिए दिल्ली और चेन्नई में सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ दो कंटेनर स्थापित किए जाएंगे।
मंडाविया ने कहा कि लगभग 200 बिस्तरों की क्षमता वाले इन दो कंटेनरों को दिल्ली और चेन्नई में रखा जाएगा और देशभर में किसी भी अत्यावश्यकता को पूरा करने के लिए इन्हें एयरलिफ्ट या ट्रेनों द्वारा भेजा जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में 90 से 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया जाएगा।
प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन की कुछ प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री(Mansukh Mandaviya) ने कहा कि जिला स्तर पर विभिन्न प्रकार के 134 परीक्षण मुफ्त में किए जाएंगे, जिससे न केवल लागत बचेगी, बल्कि गरीब लोगों के लिए अनावश्यक असुविधा भी कम होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी स्तरों पर अच्छी प्रयोगशालाएं होनी चाहिए, चाहे वह जिला स्तर हो या राष्ट्रीय स्तर।
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स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह 10 उच्च फोकस वाले राज्यों में 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को सहायता प्रदान करेगा। इसके अलावा, सभी राज्यों में 11,024 शहरी स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए जाएंगे। क्रिटिकल केयर सेवाएं देश के पांच लाख से अधिक आबादी वाले सभी जिलों में विशेष क्रिटिकल केयर अस्पताल ब्लॉक के माध्यम से उपलब्ध होंगी।
Input: आईएएनएस; Edited By: Lakshya Gupta