हाल ही में ट्विटर ने देश के उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के निजी ट्विटर अकाउंट से वेरिफिकेशन के नीले बैज को हटा दिया था। जब भारत सरकार के आईटी सैल की इस पर नजर पड़ी तब ट्विटर से इस पर जवाब माँगा गया और फिर आनन-फानन में वापस उस बैज को लगा दिया गया। इस पर ट्विटर ने यह जवाब दिया कि उप-राष्ट्रपति लम्बे समय से ट्विटर का उपयोग नहीं कर रहे थे जिस वजह से उनके अकउंट से वह नीला बैज हटा दिया गया था। किन्तु, इस बयान पर भी अब कई सवाल उठ रहे हैं। ट्विटर ने उप-राष्ट्रपति वैंकैया नायडू के साथ-साथ RSS यानि राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ के 5 नेताओं के अकॉउंट से इस बैज को हटा दिया और इस पर भी वही दलील दी।
उप-राष्ट्रपति के बाद ट्विटर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के भी ट्विटर अकउंट से वेरिफिकेशन का नीला बैज हटा दिया। जिस पर सर-गर्मी तेज हो गई है। अब सवाल यह कि क्या ट्विटर अपनी मनमानी कर देश के बड़ी हस्तियों या सत्ता पक्ष के खिलाफ किसी तरह के मुहीम को तूल दे रहा है?
यह सवाल इसलिए भी जरूरी है क्योंकि ऐसे कई अकाउंट हैं जिन्हें लम्बे समय से इस्तेमाल नहीं किया गया है किन्तु फिर भी उनपर वह नीला बैज मौजूद है। यहां तक कि सत्ता एवं विपक्ष के नेता, जिनकी पिछले कुछ वर्षों में मृत्यु हो गई है उनके अकाउंट पर भी नीला बैज मौजूद है, जबकि उन्हें कई सालों से इस्तेमाल नहीं किया गया है।
(NewsGram Hindi)
ट्विटर पर पहले भी भारतविरोधी कार्य करने के आरोप लग चुके हैं जिसमें हाल के दिनों में भाजपा नेता एवं प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा साझा किए गए 'कांग्रेसी टूलकिट' को Manipulated Media करार दिया गया था। जबकि उसने हिन्दुओं पर जहर उगलने वाले शरजील उस्मानी जैसे प्रोपेगैंडाधारी पर कोई कार्रवाई नहीं की। पिछले वर्ष ही ट्विटर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का ट्वीटर अकाउंट उनके राष्ट्रपति पद पर रहते हुए ही निलंबित कर दिया था।
अब ट्विटर से यह सवाल पूछना जरूरी है कि क्यों उसने भारत के खिलाफ टुकड़े-टुकड़े नारे लगाने वाले छात्र नेता कन्हैया कुमार का अकाउंट सक्रीय रखा है? वर्ष 2020 में हुए दिल्ली दंगों के आरोपी एवं छात्र नेता उमर खालिद के अकाउंट को अब तक क्यों बंद नहीं किया गया है? यह सभी सवाल ट्विटर से किया जाना जरूरी है, क्योंकि हाल के दिनों में उसके मनमानी का दौर बढ़ गया है।
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इसी मामले पर प्रमुख न्यूज एजेंसी ANI के हवाले से यह खबर मिली है कि भारत सरकार ने नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ट्विटर को अंतिम नोटिस दिया। नोटिस में कहा गया है कि नए आईटी नियमों के तहत अनुपालन में असमर्थ रहने पर ट्विटर आगामी परिणामों के लिए स्वयं जिम्मेदार होगा।
यह तो थी देश की बात, अब बात करते हैं विदेश की। नाइजीरिया देश ने ट्विटर को अपने देश में अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है। नाइजीरिया सरकार द्वारा यह फैसला तब लिया गया जब उसने नाइजीरिया के राष्ट्रपति मुहम्मदु बुहारी के ट्वीट को हटा दिया था। साथ ही ट्वीटर पर नाइजीरिया सरकार ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमेरिकी माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर पर दोहरे मानकों का इस्तेमाल कर रहा है और पश्चिमी अफ्रीकी देश में अलगाववादियों का समर्थन कर रहा है।