कर्नाटक विधानसभा में “बलात्कार” जैसे गंभीर मुद्दे पर कांग्रेस विधायक केआर रमेश कुमार ने दिया विवादित बयान
कर्नाटक विधानसभा(Karnataka Vidhansabha) के पूर्व स्पीकर केआर रमेश कुमार(KR Ramesh Kumar) ने भले ही रेप पीड़िताओं के खिलाफ अपने भद्दे बयान पर माफ़ी मांग ली हो लेकिन उनके बयान के बाद मचा तूफ़ान थमने का नाम नहीं ले रहा है। सवाल तो उस विधानसभा के सदस्यों पर भी उठने चाहिए थे जोकि रमेश के बयान के बाद हंस रहे थे।
अब केआर रमेश कुमार को कांग्रेस(Congress) पार्टी से निकालने की मांग उठ रही है लेकिन बात यहीं तक सिमित नहीं है। कर्नाटक विधानसभा के मौजूदा स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े(Vishweshwar Hegde) भी रमेश के बयान के बाद मुस्कुरा रहे थे। यह वाकिया ये दर्शाता है की हमारे देश के नेता रेप जैसे इतने गंभीर मुद्दे को मज़ाक समझते हैं।
अब मुद्दा ऐसा है तो वार भी किये जाएंगे, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा(Priyanka Gandhi Wadra) पर निशाना साधा और कहा, "यूपी में प्रियंका वाड्रा ने स्लोगन दिया था 'लड़की हूं लड़ सकती हूं'I चुनाव बाद कांग्रेस नेता बयान देते हैं की बलात्कार होता है तो मज़े लो। ये कांग्रेस का पाखंड है। प्रियंका जी, आप लड़की हैं, अब लड़ने का समय है, रमेश जी को पार्टी से निकालिए।"
निर्भया की माँ आशा देवी ने रमेश के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "कैसे ये नेता रेप का मजाक बनाते हैं। एक लड़की का पूरा जीवन इस अपराध के बाद खत्म हो जाता है। इन नेताओं के कारण लड़कियों को धमकी मिल रही है और अपराध बढ़ रहा है। ये बीमार मानसिकता के लोग हैं।"
एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा ने रमेश के बयान पर कहा, "ये दुख और शर्म की बात है कि अभी भी ऐसे नेता हैं जो महिलाओं के खिलाफ घृणा रखते हैं। ये बेहद शर्म की बात है कि ऐसे लोग विधानसभा में बैठे हैं और ऐसी बात करते हैं। वो खुद महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे?"
अब मुद्दा इतना गंभीर है तो राजनितिक आरोप-प्रत्यारोप तो चलते रहेंगे लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये है की महिला हितों की सबसे बड़ी पैरोकार सोनिया गाँधी(Sonia Gandhi) और प्रियंका वाड्रा क्या केआर रमेश कुमार को पार्टी से निकालेंगी।
केआर रमेश कुमार ने बयान दिया था, "देखिए, एक कहावत है- 'जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मजे लो'।" कर्नाटक विधानसभा के इस माननीय के बयान के बाद सदन में हंसी की गड़गड़ाहट गूँज उठी, यहां तक की स्पीकर हेगड़े भी इस बयान पर मुस्कुरा बैठे। कर्नाटक विधानसभा के इस मामले पर सोशल मीडिया पर मानो उबाल आ गया और केआर रमेश कुमार के खिलाफ कैंपेन चलने लगा। मामले बढ़ता देख रमेश ने अपने बयान पर माफ़ी मांग ली और कहा, "'अगर इससे महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंची हो तो मुझे माफी मांगने में कोई दिक्कत नहीं है। मैं अपनी दिल की गहराई से माफी मांगता हूं।" रमेश के माफ़ी मांगने के बाद सदन के स्पीकर हेगड़े ने कहा की रमेश ने अपने बयान पर माफ़ी मांग ली है और अब उन्हें मामले को आगे और नहीं घसीटना चाहिए।
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अब रमेश ने भले ही बयान पर माफ़ी मांग ली हो लेकिन यह पहला मौका नहीं की रमेश अपने बयान के कारण विवादों में आये हों। दो साल पहले भी रमेश ने महिलाओं की भावनाओं के खिलाफ बयान दिया था। रमेश ने कहा था की वे कभी-कभी एक रेप पीड़िता की तरह महसूस करते हैं। तब रमेश कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष थे। उन्होंने आगे कहा था कि मेरी हालत रेप पीड़िता जैसी है। बलात्कार सिर्फ एक बार हुआ था। अगर आपने इसे वहीं छोड़ दिया होता, तो यह बीत जाता। जब आप शिकायत करते हैं कि बलात्कार हुआ है, तो आरोपी को जेल में डाल दिया जाता है। लेकिन वकील पूछते हैं कि यह कैसे हुआ? यह कब हुआ और कितनी बार हुआ? रेप एक बार होता है लेकिन कोर्ट में 100 बार रेप होता है। यह मेरी हालत है।
Input- Various Source; Edited By- Saksham Nagar

