फिर बढ़ रहा है डेंगू का प्रकोप, डेंगू से बचने के लिए क्या यह किया आपने?

बरसात का पानी जमा होने की वजह से इस मौसम में मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ जाता है, जो कई गंभीर बीमारियों की वजह बनते हैं। डेंगू इन्हीं बीमारियों में से एक है, जिसके मामले इन दिनों देशभर में तेजी से बढ़ रहे हैं|
Health:-डेंगू मादा मच्छर के काटने से होते है [Pixabay]
Health:-डेंगू मादा मच्छर के काटने से होते है [Pixabay]

बरसात का मौसम अपने साथ कई बीमारियां लेकर आता है।इस मौसम में लोग अक्सर कई बीमारियों का शिकार हो जाते हैं। बरसात का पानी जमा होने की वजह से इस मौसम में मच्छरों का प्रकोप भी काफी बढ़ जाता है, जो कई गंभीर बीमारियों की वजह बनते हैं। डेंगू इन्हीं बीमारियों में से एक है, जिसके मामले इन दिनों देशभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। लोग लगातार इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। डेंगू मादा मच्छर के काटने से होते है, संक्रमित व्यक्ति के आसपास रहने से आपको डेंगू बुखार नहीं हो सकता, इसके बजाय, डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है। जब संक्रमित मच्छर किसी अन्य व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाता है और संक्रमण का कारण बनता है। आईए डेंगू के लक्षण जानते हैं। 

डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं[Pixabay]
डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं[Pixabay]

क्या आप में भी दिख रहे हैं डेंगू के लक्षण

डेंगू बुखार के लक्षण, जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद शुरू होते हैं और 10 दिनों तक रहते हैं, इसमें शामिल हो सकते हैं:

1.अचानक तेज बुखार (105 डिग्री)

2.गंभीर सिरदर्द

3. आँखों के पीछे दर्द

4.गंभीर जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द

5.थकान

6.जी मिचलाना

7.उल्टी आना

8.दस्त होना

9.त्वचा पर लाल चकत्ते, जो बुखार आने के दो से पांच दिन बाद दिखाई देते हैं

10.हल्का रक्तस्राव (जैसे नाक से खून बहना, मसूड़ों से खून आना, या आसान चोट लगना)

घर के आसपास किसी भी तरह का पानी इकट्ठा न हो।[Pixabay]
घर के आसपास किसी भी तरह का पानी इकट्ठा न हो।[Pixabay]

कभी-कभी, डेंगू बुखार के लक्षण हल्के होते हैं और यह फ्लू या अन्य वायरल संक्रमण के लक्षण हो सकते हैं। छोटे बच्चों और जिन लोगों को पहले कभी संक्रमण नहीं हुआ है, उनमें बड़े बच्चों और वयस्कों की तुलना में हल्के मामले होते हैं। हालांकि, उनमें गंभीर समस्याएं विकसित हो सकती हैं। इनमें डेंगू रक्तस्रावी बुखार, तेज बुखार, लसीका और रक्त वाहिकाओं को नुकसान, नाक और मसूड़ों से खून बहना, लिवर बढ़ना और परिसंचरण तंत्र या वाहिकातंत्र  की विफलता जैसी दुर्लभ जटिलता शामिल है। लक्षण बड़े पैमाने पर रक्तस्राव, सदमा और मृत्यु में बदल सकते हैं। इसे डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS) कहा जाता है।

डेंगू से राहत के उपाय

1. अदरक, इलायची वाली हर्बल टी होगी फायदेमंद।

2. ध्यान रखें कि घर के आसपास किसी भी तरह का पानी इकट्ठा न हो।

3. कम हो चुके प्लेटलेट्स फिर से बढ़ाने के लिए नारियल पानी पिएं।

4. डेंगू होने पर नींबू का रस पीना भी फायदेमंद साबित होगा।

5. इस दौरान अदरक का पानी भी गुणकारी होगा। इससे शरीर को मजबूती मिलेगी।

6. ध्यान रखें कि सब्जियों को अच्छे से उबालकर ही खाएं।

7. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय और पपीते का रस डाइट में शामिल करें।

8. खाने में ज्यादा से ज्यादा हल्दी, अजवाइन, अदरक और हींग का इस्तेमाल करें।

9. जल्दी रिकवर होने के लिए पर्याप्त नींद लें और पानी को उबालकर पिएं।

10. पानी के अलावा छाछ, नारियल पानी, नीबू पानी आदि भी खूब पिएं।

डेंगू से बचना है तो ये घरेलू उपाय करना न भूले

अगर किसी को सामान्य डेंगू बुखार है, तो घर पर ही उनकी देखभाल कर सकते हैं।अगर बुखार की समस्या बनी रहती हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर पैरासिटामोल (क्रोसिन आदि) खा सकते हैं।अगर बुखार 102 डिग्री फॉरेनहाइट से ज्यादा है, तापमान सामान्य करने के लिए शरीर पर पानी की पट्टियां रख सकते हैं। 

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