क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स क्रैश के मामले में भारतीय मूल के निषाद सिंह से जांच

एफटीएक्स, जिसने पिछले सप्ताह अमेरिका में दिवालिएपन के लिए दायर किया था
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भारतीय मूल के निषाद सिंह की वित्तीय प्रथाओं की जांच की जा रही है, जो दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों (Cryptocurrency Exchange) में से एक एफटीएक्स के पतन का कारण बनी। वह एफटीएक्स संस्थापक और 9 अन्य लोगों के साथ रहते थे। सिंह एफटीएक्स के 30 वर्षीय संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्राइड के अंदरूनी घेरे में थे।

मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने कहा, गैरी वांग (मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी), निषाद और सैम कोड, एक्सचेंज के मैचिंग इंजन और फंड को नियंत्रित करते हैं। संकटग्रस्त क्रिप्टो एक्सचेंज एफटीएक्स ने हाल ही में स्वीकार किया है कि अनधिकृत लेनदेन ने उसके बटुए से सैकड़ों मिलियन डॉलर निकाले हैं, यह कहते हुए कि कंपनी ने कई डिजिटल (digital) संपत्ति को एक नए कोल्ड वॉलेट कस्टोडियन में स्थानांतरित कर दिया है।

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एफटीएक्स, जिसने पिछले सप्ताह अमेरिका (America) में दिवालिएपन के लिए दायर किया था, ने खुलासा नहीं किया कि अनधिकृत लेनदेन में उसे कितना नुकसान हुआ, लेकिन रिपोर्ट में दावा किया गया कि यह राशि 600 मिलियन डॉलर से अधिक हो सकती है।

उनके लिंक्डइन (LinkedIn) प्रोफाइल से पता चलता है कि वह कैलिफोर्निया में क्रिस्टल स्प्रिंग्स अपलैंड्स स्कूल में शामिल हुए और 2017 में कैलिफोर्निया (California) विश्वविद्यालय, बर्कले से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (electrical engineering) और कंप्यूटर साइंस (Computer science) में स्नातक की डिग्री के साथ सुम्मा कम लॉड स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

आईएएनएस/RS

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