

उनके फैंस के लिए यह खुशी का मौका है, क्योंकि उनके जबरदस्त अभिनय ने हमेशा से दर्शकों का दिल जीता है।
गुड्डी मारुति ने बातचीत में अपने इस टीवी करियर के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि लंबे समय के बाद फिर से टीवी (TV) पर लौटना उनके लिए बेहद रोमांचक अनुभव है। उनका कहा, ''मैं 'उड़ने की आशा' में अपने किरदार को लेकर काफी उत्साहित हूं, क्योंकि यह बेहद रोचक (Interesting) और चुनौतीपूर्ण (Challenging) है। इसमें थोड़ी कॉमेडी, थोड़ी नकारात्मकता (Negativity) और कई अलग-अलग रंग हैं, जो इसे और भी मजेदार बनाते हैं। मुझे ऐसे किरदार का इंतजार था, क्योंकि यह पारंपरिक कॉमिक रोल से बिल्कुल अलग है।''
अपने किरदार की खासियत बताते हुए गुड्डी मारुति ने कहा, ''मेरा किरदार साइली (जिसका किरदार नेहा हरसोरा निभा रही हैं) के लिए मुश्किलें खड़ी करेगा और उसकी जिंदगी को थोड़ा उलझन भरा बनाने वाला है। मेरे इस किरदार में थोड़ी कॉमेडी का तड़का भी होगा, जिससे दर्शकों को देखने में और मजा आएगा।''
उन्होंने कहा कि शो पहले से ही अच्छा चल रहा है और वे अपनी तरफ से इसमें बेहतर योगदान देने की कोशिश करेंगी।
गुड्डी ने कहा, ''मेरा यह किरदार 90 के दशक के कॉमिक रोल की तरह नहीं है। यह महत्वाकांक्षी, मजबूत और थोड़ी चालाक है। इसमें कई रंग हैं। दर्शक इस नए किरदार को पसंद करेंगे, क्योंकि इसमें हास्य अंदाज भी है और ताकतवर महिला की झलक भी।'' उन्होंने इसे अपने करियर के लिए एक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक अनुभव बताया।
गुड्डी मारुति अपने लंबे करियर में कई लोकप्रिय टेलीविजन सीरियल (Television Serial) में काम कर चुकी हैं। उन्होंने 1986 में 'इधर उधर' में मोती शबनम का किरदार निभाया था। इसके बाद 1995 में 'श्रीमान श्रीमती' में श्रीमती मेहता की भूमिका निभाई।
1996 में वह 'सॉरी मेरी लॉरी' में नजर आईं। 2012 में उन्होंने 'मिसेज कौशिक की पांच बहुएं' में पैडी आंटी का रोल अदा किया। इसके बाद 2013 में 'डोली अरमानों की' में बुआ की भूमिका निभाई। 2018 में गुड्डी मारुति 'ये उन दिनों की बात है' में वीजेएन कॉलेज की प्रिंसिपल मैम के रूप में नजर आई थीं।
[AK]